मुंबई में कोरोना लॉकडाउन की धज्जियां उड़ीं, बांद्रा स्टेशन पर हजारों उमड़े

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प्रवासी मजदूर

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के 21वें दिन मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को हजारों प्रवासी मजदूर एकत्र हो गए

 खबर इंडिया संवाददाता /मुंबई
महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है और आज ही कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन बढ़ाया गया लेकिन मुंबई में लॉकडाउन का भारी उल्लंघन सामने आया है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं। बांद्रा स्टेशन पर सैकड़ों मजदूर स्टेशन पर जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे। इतने सारे लोगों के सड़क पर आने से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
मुंबई में इस कदर बड़ी भीड़ का उमड़ना काफी डराने वाला है। मजदूरों को हटाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। बताया गया कि अपराहन 4:30 बजे से लोग बांद्रा स्टेशन के पास इकट्ठे हो रहे थे। पुलिस ने पहले समझाने की कोशिश की लेकिन शाम 6 बजे के आसपास पुलिस ने लाठी चार्ज कर मजदूरों को सटेशन परिसर से भगाया।

इन प्रवासी मजदूरों का कहना था कि हमारे पास खाने को कुछ नहीं है, हमें अपने गांव वापस जाने दिया जाए

इन लोगों का कहना था कि हमारे पास खाने को कुछ नहीं है। हमें अपने गांव वापस जाने दिया जाए। पुलिस प्रशासन ने इन लोगों को समझाने की कोशिश की और इन पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। मुंबई में अलग-अलग राज्यों से आकर लाखों मजदूर काम करते हैं। लॉकडाउन के बीच 11 अप्रैल को  सूरत में हजारों की तादाद में प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए और घर भेजने की मांग करने लगे. बवाल इतना बढ़ गया कि मजदूरों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया.
मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 121 नए मामले सामने आए। राज्य में मरीजों की संख्या 2,455 और मरने वालों का आंकड़ा 162 तक पहुंच गया। मुंबई में मरने वालों की तादाद 100 के पार पहुंच गई है।
इस घटना के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे हजारों लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। ये सभी मजदूर थे और लॉकडाउन के चलते अपने घरों में मौजूद थे। उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह अधीर होकर घरों से बाहर निकल आए और अपने राज्य या अपने गांव जाने की मांग करने लगे।
सरकार के अफसरों और पुलिसक वालों ने उन्हें समझाने में कामयाबी हासिल की और वे सभी शांति से वहां से चले गए। फिलहाल वहां से सारी भीड़ लीटर-बितर हो गई और हम उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। देशमुख ने मजदूरों पर लाठीचार्ज की घटना से भी इनकार किया। उन्होंने कहा कि लोगों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने इस घटना की तुलना सूरत से करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इस घटना से सीएम उद्धव ठाकरे नाराज बताई जा रहे हैं।

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