इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 में आतंकी हमले का खतरा है। नेवी के अफसर ने कहा कि ऐसे इवेंट को एक्सप्लोसिव से लदे छोटी बोट से निशाना बनाया जा सकता है। शनिवार को यहां प्रेसिडेंट और पीएम पहुंचेंगे। चार फरवरी से शुरू हुए इस इवमेंट में 54 देशों की नेवी इसमें हिस्सा ले रही है।
वेस्टर्न कमांड के कमांडर इन चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ”इस तरह के इवेंट में जहां वॉरशिप रखे जाते हैं हमले का खतरा होता है। कुछ लोगों का ग्रुप विस्फोटक से भरे बोट से भी शिप पर हमला कर उसे तबाह कर सकता है।”इसके कारण सबमरीन्स की मदद से नेवी ने तगड़ा डिफेंस स्ट्रक्चर तैयार किया है।
नेवी के हेलिकॉप्टर्स के अलावा बोट्स और हैवी आर्म्स के साथ सोल्जर समंदर में लगातार गश्ती पर हैं।पिछले महीने पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर इस इवेंट को लेकर आतंकी हमले के बाद नेवी ज्यादा ही अलर्ट है।15 साल बाद भारत में यह इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू हो रहा है। ईस्टर्न नेवल कमांड इसे ऑर्गनाइज कर रही है।
इस बार इसमें हिस्सा लेने वाले देशों की संख्या 29 से बढ़कर 54 हो गई है। इन देशों से 75 से ज्यादा वॉरशिप शामिल हुए हैं। 24 विदेशी नेवी चीफ और 90 फॉरेन डेलिगेट्स हिस्सा ले रहे हैं।भारत से 100 से ज्यादा जहाज और 60 फाइटर प्लेन इसमें शामिल हो रहे हैं।इसमें पाकिस्तान की नेवी हिस्सा नहीं ले रही है। हालांकि, चीन की नेवी पहुंची है।