जीका वायरस पर भारत से तैयार रहने को कहा

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आपात स्थिति घोषित किये जाने के एक दिन बाद केंद्र ने मंगलवार को इस समस्या से लड़ने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किये जिनमें एक यात्रा परामर्श भी है जो गर्भवती महिलाओं को प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा टालने या निरस्त करने की हिदायत देता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों और बंदरगाहों पर इस बीमारी से जुड़ी सूचना के साथ संकेतक लगे होंगे। यात्रियों से प्रभावित देशों से लौटते समय और किसी तरह की बुखार संबंधी समस्या होने पर सीमाशुल्क अधिकारियों को रिपोर्ट करने को कहा जाएगा।मच्छरों द्वारा जनित और जन्म संबंधी गंभीर विकृतियों के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले जीका वायरस ने अमेरिका के देशों में प्रकोप फैला रखा है।

डब्ल्यूएचओ ने दक्षिण पूर्व एशियाई देशों और भारत से जीका वायरस के खिलाफ निगरानी बढ़ाने और एहतियातन कदम उठाने को कहा है। उसने क्षेत्र के देशों से अपनी प्रयोगशालाओं को वायरस की पहचान करने में सक्षम बनाने को कहा।मंत्रालय ने अपने दिशनिर्देशों में कहा कि भारत में इस बीमारी का कोई मामला नहीं आया है लेकिन जीका वायरस का संक्रमण फैलाने वाला मच्छर ‘एडीज एजीप्टी’ देश में व्याप्त है जो डेंगू वायरस भी फैलाता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि उन्होंने भारत में वायरस के प्रवेश और संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) के तहत एक ‘संयुक्त निगरानी समूह’ निगरानी करेगा, वहीं आईसीएमआर अनुसंधान प्राथमिकताओं को चिह्नित करेगा और उचित कार्रवाई करेगा।

दिल्ली में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र भारत में किसी तरह के प्रकोप की जांच पड़ताल के लिए नोडल एजेंसी का काम करेगा। नड्डा ने ट्वीट किया, ‘मेरा मंत्रालय जीका वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। भारत में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। दहशत की कोई जरूरत नहीं।’

मंत्रालय के अनुसार जीका वायरस के संक्रमण से ग्रसित लोगों में से अधिकतर या तो कोई लक्षण नहीं देखते या बुखार, चेहरे पर धब्बे, शरीर में दर्द, जोड़ों में दर्द जैसे सामान्य लक्षण महसूस करते हैं।मंत्रालय ने कहा कि हवाईअड्डों या बंदरगाहों पर आइसोलेशन सुविधा होगी वहीं नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को कहा जाएगा कि वह सभी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन्स को इस संबंध में दिशानिर्देशों का पालन करने को कहे।