योगगुरु से एक बड़े कारोबारी तक की यात्रा करने वाले स्वामी रामदेव ने कहा है कि उनकी कंपनी पतंजलि का उत्तराधिकारी कोई व्यापारी नहीं बल्कि संन्यासी होगा। स्वामी रामदेव ने पतंजलि के कारोबार की विस्तृत जानकारी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। रामदेव ने कहा कि सौंदर्य प्रसाधनों में पतंजलि का दखल लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज़्यूमर गुड्स) का मतलब विदेशी कंपनी हो गया था और टूथपेस्ट का मतलब कोलगेट होता था। रामदेव ने कहा कि उन्होंने विदेशी कंपनियों के एकाधिकार को तोड़ा है।
उन्होंने कहा, ”1857 की लड़ाई हमने किसी हुकूमत के खिलाफ नहीं लड़ी थी बल्कि एक कंपनी के खिलाफ लड़ी थी। पतंजलि का संकल्प है कि विदेशी कंपनियों की आर्थिक लूट से देश को मुक्ति मिले। हम स्वार्थ के लिए नहीं परमार्थ के लिए काम कर रहे हैं। जो भी मुनाफा होगा देशहित में लगाएंगे।”