WORLD DIGITAL PREMIERE (वर्ल्ड डिजिटल प्रीमियर) मे आरहा है एक पिता पुत्री के संघर्ष से भरा कहानी : फिल्म “”अफसर बिटिया””
प्रणाम, मेरा नाम वास्तविक रॉय है। मैं सिंगर हूँ, मुम्बई रहता हूँ…. मेरा जन्म झाझा (जमुई डिस्ट्रिक्ट), बिहार में सन 22 जून 1993 को हुआ था..
मेरे दादा का नाम श्री कीर्ति चंद रॉय है, पिता का नाम श्री संजय कुमार रॉय है एवं हमारी माँ का नाम श्रीमति संजू रॉय और बहन मोनालिसा रॉय।
मेरी पढ़ाई 5th std तक st. Jospeh high स्कूल में हुई थी, 2002 में मेरे पिता का बाइक एक्सीडेंट हुआ जिसकी वजह से उनको चलने में तकलीफ होने लगी, उनका हिप जॉइंट dislocket हो गया और हमे फिर समझ ही नहीं आया कि क्या करें, क्या न करें? उसके बाद जब पिताजी हमारे ठीक हुए तभी उन्होंने तय किया कि हम लोग दिल्ली शिफ्ट होंगे, काफी तकलीफों का सामना करते करते हम पूरे परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए और आगे की पढ़ाई मेरी वहीं हुई।
मैं कंप्यूटर इंजीनियर भी हूँ, मेरे पिता को संगीत बहुत पसंद था पसंद है। वो बहुत अच्छा गाते भी हैं और इसी वजह से हमे भी संगीत में रुचि बचपन से ही होने लगी लेकिन कभी प्रोफेशनल तरीके से इसे आगे करेंगे ये नही सोचा था।
हमने अपनी ज़िंदगी का पहला स्टेज परफॉर्मेंस झा-झा के कंप्यूटर सेन्टर में दिया था, उस वक़्त हम तकरीबन 7 साल के थे।
उसके बाद जब हम दिल्ली शिफ्ट हुए तो वहां हमने संगीत सीखना चालू किया श्रीराम भारतीय कला केंद्र से। हमने वहां से 3 साल का डिप्लोमा भी लिया और साथ ही हमारी पढ़ाई भी जारी थी। दिल्ली में हमने काफी स्टेज परफॉर्मेंस किया और दिल्ली से बाहर भी तकरीबन पूरे भारत में हमने अपने बैंड के साथ परफॉर्म किया है और अभी भी कर रहे है।
2012 में हमने सा रे ग म पा (zee tv) रिएलटी शो में पार्टिसिपेट किया था और हम मुम्बई राउंड तक गए थे और फिर जब आगे सिलेक्शन नहीं हो पाया तो हम वापस आ गए। बुरा बहुत लगा था लेकिन फिर मेरे माता पिता और मेरी बड़ी बहन ने मेरा हौसला बढ़ाते हुए मुझे तसल्ली दी और मेहनत करने की।
हम लगे रहे अपने आप को अपनी आवाज़ को improve करने में उसी दौरान हमारी माँ को कैंसर detect हुआ और हम सब टूट से गए, समझ नही आ रहा था के क्या करे, उनका treatment चालू हुआ। हम सब उनको बचाने की बहुत कोशिश किये लेकिन 2016 में वो चल बसी, हम लोग और टूट गए कुछ समझ नही आ रहा था के ऐसी कहाँ चूक हो गयी हम सब से के माँ को हम लोग नही बचा सके, उनका बहुत बड़ा सपना था मुझे tv पे देखना, एक कामयाब इंसान बनते देखना। मेरे और मेरी बड़ी बहन को काबिल और अपने पैरों पर खड़ा करने में मेरी माँ मेरे पिता ने बहुत मेहनत और जतन किया, उस हालात में भी।
उसी साल मैने अपनी engineering की पढ़ाई पूरी की और मुम्बई शिफ्ट हो गया। अपने सपनों को लेकर अपनी माँ और बाबू जी के सपनो को लेके। मुम्बई में मेरी struggle चालू हुई 2016 से और अपने गुरु जनो के आशीर्वाद से, माता-पिता बड़ी बहन, दादा दादी जी के प्यार और आशीर्वाद से मैं अच्छा करने में लगा हुआ हूं, अब मैं मुम्बई ही रहता हूं। अपने पिता (Sanjay Roy) के साथ और सफलता पूर्वक संगीत कर रहा हूँ, मेरी अभी हाल में एक फ़िल्म आयी है जिसका नाम (अफसर बिटिया) है, इसे direct किया है rakesh tripathi ji, kanhaiya s vishwakarma ji ने इस फ़िल्म के निर्माता हैं, pradeep k sharma ji और anita sharma ji।
इस फ़िल्म में भोजपुरी के सुपर स्टार kunal singh जी हैं, shurti rao और aakash singh yadav जी जैसे बेहतरीन अभिनेता हैं।
इस फिल्म में मेरा एक गाना हैं (बना लो लव सीने) जिसके music director हैं madhukar anand ji और इस गाने को लिखा है satya sawarkar,
जिसको मैंने स्वाति शर्मा जी जो banno tera swagger fame हैं उनके साथ हमे duet गाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
हमारा और भी काम पहले निकल चुका है बड़े प्लेटफार्म जैसे t-series, zee music company से गाने निकल चुके हैं और भी काम हो रहे हैं। आप सभी से निवेदन है के मेरे गाने को जाके सुने और हमपे अपना आशीर्वाद बनाए रखें, क्योंकि ईश्वर और आपके आशीर्वाद की बहुत जरूरत है आपके शहर के बेटे को।
WORLD DIGITAL PREMIERE (वर्ल्ड डिजिटल प्रीमियर) मे आरहा है एक पिता पुत्री के संघर्ष से भरा कहानी : फिल्म “”अफसर बिटिया””
22 जुलाई 2023 शनिवार को शाम: 07 बजे देखना ना भुले प्लीज
एक बेटी ने रच दिया इतिहास देखिये अभिनेत्री श्रुति राव के अपकाॅमिंग “”अफसर बिटीया””
(सिनेस्टार आकाश सिंह और श्रुति राव)