पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध के रूप में अपने पदक गंगा नदी में बहाने हरिद्वार पहुंचे। पहलवानों के गुट में साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट समेत अन्य कई पहलवान और समर्थक शामिल हैं।
गंगा दशहरा स्नान पर्व होने के चलते हर की पौड़ी के गंगा घाट श्रद्धालुओं से लबालब भरे हुए हैं। इस बीच दिल्ली से पहलवानों और उनके समर्थकों के पहुंचने व नारेबाजी से घाटों पर अफरातफरी की स्थिति बन गई है।
पहलवानों द्वारा हरिद्वार में विरोध जाने के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने सरकार पर निशाना साधा।
भारतीय किसान यूनियन के नेता पहलवानों से मिलने के हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने पहलवानों को मेडल न बहाने के लिए मनाया। पहलवानों ने उनकी बात मान ली है, वे अब मेडल नहीं बहाएंगे। नरेश टिकैत ने पहलवानों से पांच दिन का समय मांगा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने उठाया सवाल- बेटियों को न्याय क्यों नहीं?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, भारत की बेटियाँ कह रहीं हैं कि “पुलिस और तंत्र” अब पवित्र नहीं रहा। पिछले कई दिनों से देश का सम्मान बढ़ानेवाली बेटियों के साथ जो हुआ है वो सब ने देखा है। मोदी जी, लाल क़िले से महिला सम्मान का लंबा लेक्चर देते हैं, पर यौन शोषण का आरोपी को पूरा संरक्षण है।