डाक्टरों का कहना है मरीजों के बारे में जानकारी रखना डिस्ट्रिक्ट सर्विलॉन्स टीम की जिम्मेदारी है, लेकिन उन्हें भी इन मरीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अमित रंजन/गाजियाबाद
दिल्ली-एनसीआर में तेजी से फैलते कोरोना वायरस के बीच गाजियाबाद से 107 संक्रमित लापता होने से हड़कंप मच गया है। ये सभी मरीज जांच कराने के बाद से नहीं मिल रहे हैं। कुछ मरीजों के मोबाइल नंबर गलत हैं तो कुछ ने अपना पता गलत बताया था। सर्विलॉन्स की टीम इन्हें खोजने में जुटी है। पर जानकार लोगों का कहना है कि उनकी खोजबीन ईमानदारी से नहीं हो रही है।
कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ने पर चिंता जताते हुए गाजियाबाद के सीएमओ डॉ. एन.के. गुप्ता ने बताया ”जिले से गायब मरीजों की जानकारी जुटाने के लिए एनयूएचएम विंग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लापता मरीजों की खोज की जा रही है। उन सबके मोबाइल नंबर से निरंतर संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही उनकी लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है।”
दो मार्च को सबसे पहले जिले में कोरोना संक्रमन की पुष्टि हुई थी। 110 दिनों में 17 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच की गई, जिनमें 960 से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अभी जिले में 330 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। 512 रोगी डिस्चार्ज हो चुके हैं। पर 107 लोग स्वास्थ्य विभाग की पकड़ से दूर हैं। कुछ लोगों ने जिले में सरकारी बूथ सैंपल पर जांच तो कराई, लेकिन अपने बारे में सही जानकारी नहीं दी। इस कारण विभाग की ओर से उन मरीजों से संपर्क भी नहीं हो रहाऔर उन मरीजों ने भी अपनी रिपोर्ट की जानकारी लेने का कोई प्रयास किया।
डाक्टरों का कहना है कि इनमें से कुछ मरीज ऐसे हैं जिन्हें पॉजिटिव हुए 15 से दिन हो चुके हैं। अधिकारियों का कहना है मरीजों के संबंध में जानकारी रखना डिस्ट्रिक्ट सर्विलॉन्स अधिकारी की जिम्मेदारी है, लेकिन उन्हें भी इन मरीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।