कोरोना से युद्ध ऐसे जीता गाजियाबाद की संध्या राय ने (3री व अंतिम किश्त)
संध्या राय जी का कहना है, ‘कोई भी आसानी से कोरोना की चपेट में आ सकता है अगर थोड़ी भी चूक हो जाये।’ मार्च से ही कोरोना की दहशत से सब परेशान थे। संध्या जी ने 18 मार्च से ही अपने ब्यूटी पार्लर में ताला बंद कर दिया। लौकडाउन में सब्जी-फल खरीदने की ज़िम्मेदारी मेरी थी। फिर भी वह कैसे कोरोना की चपेट में आ गयीं?
Written by Roy Tapan Bharati
आज कोरोना-कहानी की आखिरी किश्त लिखने बैठा तो कुछ बातें याद कर भावुक भी हो रहा हूं। पत्नी Sandhya Roy कोरोना वायरस की चपेट में कैसे आईं? कोरोना की मेडिकल पुष्टि होने के बाद अपार्टमेंट में पड़ोसियों का व्यवहार कैसा था? आप सब इस बीमारी से दहशत में थे? सरकारी विभागों ने कितनी पूछताछ की? अस्पताल में संध्या जी से आप सब संपर्क कैसे रखते थे? उनकी गैरहाजिरी में घर का किचेन कैसे चला? पूरे परिवार का कोविड-19 का टेस्ट हुआ या नहीं? अनगिनत सवाल, लोग जानना चाहते हैं। आप सबसे आग्रह है कि यहाँ एक-एक लाइन गौर से पढ़िए, तब आपको जानने के लिए फोन करने की जरूरत महसूस नहीं होगी।
संध्या राय जी का अब कहना है, ‘कोई भी बड़ी आसानी से इस कोरोना की चपेट में आ सकता है अगर थोड़ी-सी भी चूक हो जाये तो।’ मार्च माह से ही कोरोना की दहशत से पूरा देश परेशान था। संध्याजी ने 18 मार्च से ही अपने ब्यूटी पार्लर में ताला बंद कर वहाँ जाना बंद कर दिया। लौकडाउन में किराना या सब्जी-फल खरीदने की ज़िम्मेदारी मेरी थी। फिर भी संध्याजी कैसे कोरोना की चपेट में आ गयीं? डाक्टर भी जानने को बेचैन।
संध्याजी को अब ख्याल आता है कि किराना वस्तुओं को वो 3 दिन बाद ही छूती थीं पर एक दिन मार्केट से लाई सब्जी धोने के दौरान नाक में खुजली महसूस हुई तो उन्होंने अपनी अंगुली डाल दी और शायद इसी गलती से कोरोनावायरस को शरीर में जाने का मौका मिल गया। हेल्थ, पुलिस और खुफिया विभाग सबने यह जानकारी नोट की। एक सुबह जिलाधिकारी पाण्डेय जी ने भी संध्या जी को फोन कर उनकी बातें गौर से सुनीं और कुशल-क्षेम सुना।
कोरोना की पुष्टि होने के बाद अपार्टमेंट में बेचैनी बढ़ना स्वाभाविक था। पड़ोसियों की चिंता दूर करने के लिए मैंने Common कॉरीडोर में टहलना और लिफ्ट में जाना बंद कर दिया। फिर भी लोगों में बेचैनी थी। इसका एक तरीका खोज निकाला। अस्पताल के बेड से संध्या जी ने 15 दिनों में दो वीडियो बनाए और उसे अपने अपार्टमेंट के व्हाटसैप ग्रुप में पोस्ट कर दिया। उसका बहुत लाभ हुआ। पड़ोसियों के मन से कोरोना का भय निकल गया। मेरे परिवार के सदस्य 15 दिनों तक फ्लैट में खुद कैद रहे, हम और बेटी मिलकर घर-किचेन संभालते रहे।
व्हाट्सैप और फोन पर संध्या जी केवल परिवार के सदस्यों के संपर्क में थीं पर लगाबह एक महीने तक बाहरी फोन उठाने से परहेज़ किया क्योंकि उन्हें कमजोरी के कारण बात करने की इच्छा नहीं होती थी। पड़ोसी रोजमर्रे का हमारा सामान खरीद कर 8वीं मंजिल के मेन डोर पर छोड़ जाते थे। माहौल इतना सुंदर बन गया कि अस्पताल से जब संध्या जी वापस आईं तो सबने उनका शानदार स्वागत किया जिसकी तारीफ हेल्थ मिनिस्टर डा हर्षवर्धन ने भी अपने ट्वीट में वीडियो के साथ की जो हमारे लिए गर्व की बात थी।
जब तक संध्या जी ईएसआई असपताल में भर्ती रहीं तब तक हमारी सोसायटी के बाहर पुलिस और मजिस्ट्रेट का पहरा रहा। ड़ाक्टर और पुलिस को छोड़कर किसी को भी सोसायटी से बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। पर इन सबको लेकर सोसायटी वालों ने कोई हंगामा नहीं किया, वे हर पल हमारे साथ थे, सहयोग करते थे। सोसायटी वाले कहते हैं राय परिवार, जो कोरोना से बचने के लिए सबको 2 मीटर की दूरी पर रहने की नसीहत देता था, अचरज होता है कि उनकी पत्नी कैसे कोरोना की चपेट में आ गईं।
हमें याद है, बुखार के 7वें- 8वें दिन संध्या जी की हालत और भी बदतर हो गयी थी। असहनीय और भयावह दर्द, वह अपने पूरे जीवन में आज तक इस तरह से बीमार नहीं हुई थीं, अभूतपूर्व कमज़ोरी, खुद से खड़ा होने की ताकत चली गयी थी। मैं वाकई डर गया था पर संध्या जी बेखौफ कोरोना से डटकर मुक़ाबला कर रही थीं। वह दिन भर में 4 लीटर हल्का गर्म पानी पीती थीं जो इलाज में रामवाण साबित हुआ।
संध्या जी अस्पताल से डिस्चार्ज होने के तीन सप्ताह बाद कहती हैं, “”कोरोनो वायरस से निपटना अमानवीय और अकेलेपन में धकेलने जैसा था। मैं नहीं चाहती हूं कि मेरा दुश्मन भी इस वायरस की चपेट में कभी आए।” तब मैं और हमारे साथी BBW की संगीत संध्या में बिजी थे। उस वक्त देश भर से मेरे पास फोन आते थे, कोई आर्थिक मदद मांग रहा था तो कोई गाने की इच्छा जाता रहा था तो कोई अपनी आपबीती सुना रहा था। लगभग सबका फोन सुना, समाधान भी किया पर किसी को भी अपनी परेशानी नहीं बताई। अब लोग इस पर हैरान हैं। संगीत समापन के रोज ही पूरे परिवार को कोरोना टेस्ट भी हुआ, जब 4 दिन बाद हमारा रिजल्ट निगेटिव आया तो संध्या जी अस्पताल में भावुक हो गयीं कि उनके कोरोना से किसी अन्य को यह महामारी नहीं फैली। तब वह अस्पताल से शिव बाबा को धन्यवाद कह रही थीं कि हे प्रभु, ऐसी परीक्षा दूसरों की मत लेना।
इस स्टोरी के प्रकाशित होने पर फेसबुक पर आई टिप्पणियों में से कुछ यहां भी
Anita Pal: Tapan Sir, आपकी हिम्मत की तारीफ करते हैं हम सब । बहुत ही सुंदर और भावुक करने वाला लेख लिखा है आपने। आपको, आपकी मैडम और आपके परिवार को शत-शत नमन।
Abhilasha Rai: धन्यवाद मैडम आपको देखकर मन थोड़ा भावुक हो गया, लेकिन आपकी बातें सुनकर बहुत अच्छा लगा आप वाकई में बहुत ही बड़ी जंग जीत कर आई है। आप से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। मैं आपको कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं।
Ajit Bhatt: जानकर आश्चर्य और पढ़कर खुशी भी हुई कि करोना को मात देना इतना आसान भी हो सकता है। भगवान् न करें की ऐसा और किसी के साथ हो मगर यह अपने हाथ में नहीं है मगर इससे बचने के लिए आपका अनुभव लोगों के काम आयेगा। प्रारम्भ से अंत तक करोना से बचाव का अनुभव और इलाज का समुचित तरीका का लोग पालन करे तो करोना पर विजय प्राप्त किया जा सकता है। ईश्वर आप लोगों को स्वस्थ रखें।
Ajay Bhardhwaj: इस महामारी को जीतने के लिए जो अपने कदम उठाई थी,वह कदम मानव जाति के लिए ,एक मिसाल बन गया है,की इस समय में हमें कैसे रहना चाहिए,एकदम निडर,और हिम्मत से काम लेना चाहिए और करोना महामारी से हमें कैसे लड़ना है,वह सिखे तो आप से आप सचमुच में एक वीर नारी हैंऔर ऐसे बीर नारी को मैं शत-शत प्रणाम करता हूं
Ankita Roy: आप सभी परिवारों के धैर्य और साहस कि जितनी प्रसंशा की जाए कम है। इतनी छोटी सी गलती से कोरोना का हो जाना, इससे हमें यही सीख मिलती है कि किराना के समान को भले ही 2,3 हाथ न लगाएं, लेकिन सब्ज़ी हो या दूध का पैकेट हो हमें इसे पूरी सावधानी के साथ धोकर रखना चाहिए। बहुत अच्छी जानकारी।🙏🙏 भगवान की कृपा से सभी स्वस्थ रहे।
Ashok Bhatt आप जिस हालात से गुजरे होंगे इस वक्त मानसिक स्थिति को संतुलित रखना ही बहुत बड़ी बात है नहीं तो अच्छे-अच्छे लोग संकट की घड़ी में बिखरने लगते हैं ईश्वर से मना लूंगा आप दोनों जन स्वस्थ रहें दीर्घायु हो
Abhilasha Rai: मैडम के हौसले को कोटि-कोटि नमन, इस करोना जैसी महामारी से उन्होंने जिस तरह से लड़ने मे अपने लोगों को जागृत की है। यह बहुत ही काबिले तारीफ है ,और सबसे बड़ी बात मैं अब इस महामारी से नहीं डरती।
Anand Raj: Great and bold commitment.
Aparna Pandey: Salute to your will power
Anjul Vashist: संध्या जी उस ईश्वर का कोटि-कोटि धन्यवाद कि उसने आपको एक नव जीवन बक्शा
Anand Shankar: आंटी जी ने अपने हिम्मत और आत्मविस्वास से कोरोना को हराया है। आपके इस जज्बे को मेरा सलाम है।आंटी जी को मेरा चरण स्पर्श।
Asim Kumar Pawan: बहुत ही धैर्य से काम लिया है आपने, यह सबके बस की बात नहीं। बहुत ही सतर्क रहने की जरूरत है। पूरे परिवार ने इस संकट की घड़ी में धैर्य और साहस का परिचय दिया है।….. ईश्वर सबको स्वस्थ रखें।
Awadhesh Roy: पढ़ा, समझा और आपके धैर्य की सराहना करने से अपने की रोक नहीं सका । ईश्वर उनके स्वास्थ्य में जल्दी सुधार ला दें, मेरी शुभकामनाएं हैं।
Anamika Raje Sanjay Roy: बहुत भावुक करने वाला भयावह अनुभव! वाकई यह बीमारी दुश्मन को भी न हो।
आजकल कोरोना पर चुटकुले करने वाले खुद नहीं जानते कि दर्द किस कदर तोड़ता है। संध्या भाभी नारी शक्ति का जीता जागता उदाहरण हैं! इस पूरे वृत्तांत को जितनी बार पढ़ती हूँ उतनी बार रोम रोम में कंपन होता है, मन सिहर उठता है पर कहीं दिल के किसी कोने में आत्मबल का दिया जलाने में संध्या भाभी सफल हुई हैं!
Amita Sharma: सतर्क रहने के लिये अच्छी सलाह।
Anil Sharma: इसके माध्यम से हम सभी को एक सीख मिली कि बिमारी और वायरस किसी की सगी नहीं है,,, समझदारी पूर्वक सचेत रहना है,,,हमारी अनंत शुभकामनाएॅ हैं पुनः ज़िंदगी की ख़ुशबू भरी शुरुआत के लिए…
भट्ट संजीव कुमार ईश्वर कि कृपा अपरंपार है। आपकी आपबीती से हमसब को हिम्मत और आत्मविश्वास मिला है।
Awadhesh Roy: आपके धैर्य और सहनशीलता को सलाम । आप सभी स्वस्थ रहें, मेरी शुभ कामनाएं है ।
Awadhesh Kumar Rai: बहुत ही सुखद समाचार।
Bacha Tiwari: आप के हिम्मत और धैर्य को सलाम।
Bharti Ranjan Kumari: मैडम ,मौत से लड़कर दूसरा जन्म ली हैं।
Bipin Kumar: तपन जी, संध्या मेरी भी पुतोहू लगती है। इस पोस्ट से उसके बीमार होने की जानकारी मिलने पर बहुत दुख हुआ। ईश्वर उन्हें शीघ्र पूर्ण रूप से स्वस्थ करे। आशीष।
Brijesh Kumar Sharma: भाभी जी के हौसले को बधाई द्रण इच्छा शक्ति को सलाम ईश्वर आपको आजीवन स्वस्थ व सुखी रखे
Chandrabhushan Kr Bhatt: अति सुखद खबर । भगवान उन्हें हमेशा स्वस्थ रखें । बैश्विक महामारी में या दुःख के समय धर्य ही अपना साथी है
Deorath Kumar: Sandhya भाभी ने हम सबों को हिम्मत दिया है। संध्या भाभी के हिम्मत को और उनके स्वागत को देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन जी ने भी सराहा और उन्होंने ख़ुद tweet किया था। माननीय मंत्री महोदय का tweet नीचे के कमेंट में डाल रहा हूँ👇
Deorath Kumar: Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) Tweeted:
ऐसी तस्वीरें सुकून देती हैं और दूसरों को प्रेरणा भी।
https://twitter.com/i/status/1261602783729291264
DrPriyam Bhatt: आपने बिल्कुल सही कहा आंटी , कॉरोना,किसी भी खिड़की,किसी भी दरवाज़े, किसी भी समान के साथ आ सकता है । भले ही जुनून की तरह लगे लेकिन थोड़ी ज़्यादा सावधानी बरतने में कि परेशानी नहीं है, लेकिन ज़रा सी असावधानी आपके और आपके अपनों के लिए नुकसान दायक साबित हो सकती है। आप लोग बहुत भाग्यशाली हैं कि ,आंटी ने अपनी सूझबूझ से स्वयं को लक्षण महसूस होते ही अपने आप को कमरे में आइसोलेट कर लिया था, जिसके कारण आपलोगों को वायरस छू भी नहीं पाया।
Gorakh Nath Sharma: ईश्वर से प्रार्थना करता हुं”हे ईश्वर इन्हें जल्द स्वस्थ कर पुरे परिवार को सम्हालने की शक्ति प्रदान करें
Geeta Bhatt: बेहतरीन सुझाव पेश किया है आपने। कोरोना कब और किधर से आ जायेगा।? सचेत रहना है।। पोजिटिब रहना है।
HP Roy: Oh God, I Salute her Self confidence for fighting against Covid 19 and Also You Sir Who Has Kept Patince to Support Her ,God Is Almighty and We appreciate and thanks to The God Who save her life ,We are Hoping everyone Should Recover like this ,Life is so Important.
Jitendra Sharma Bhatt: वास्तव में पढ़कर,व वीडियो देखकर अचंभित हूं, इतनी पुरानी बात हो गई किसी से सुना भी नही कभी,पुनः स्वस्थ होकर गृह वापसी के लिए ईश्वर के हमसभी आभारी है यह यकीनन मौत से जंग जैसी स्थिति है
Kanhaiya Ray: कोरोना पर विजय में आपकी अनुभव रामबाण साबित होगी….
Kanika Bedi: Hugs aunty…u r strong like a mountain…always i look up to u when i get stuck in my life…wish u a long and healthy life
Kanchan Kumari: Congratulations & take care…
Kiran Sharma: बस अब और सावधानी बरतें,और जल्दी अच्छी तरह स्वाथ हो जाए
Lalan Kumar: Though I don’t have any personal conversations with u but believe me I m really impressed with ur passion from fighting with Corona ur baking home gives me not only pleasures but lot of inspirations in fighting with problem s
Lp Rai: मेरे लिये दुगुनी खुशी: पहली की पुत्रबधू कॅरोना का योद्धा बनी और दूसरी खुशी मेरे बिभाग कर्मचारी राज्य बीमा निगम यानी E S I C Hospital में इलाज हुआ। मैं अपने विभागीय डॉक्टर को भी धन्यबाद ज्ञापन करता हूँ। बहुत बहुत आशीर्वाद अपने कुल की गौरव संध्या को देता हूं।
Madhurendr Kumar: प्रणाम.. आपकी जीत आपकी दृढ इक्छा शक्ति और कर्मठता का प्रमाण है..
Manoj Sharma: आप लोगों के जुझारूपन को कोटि कोटि प्रणाम. भगवान भी बहादुरों का ही साथ देता है, यह आपने एक बार फिर सिद्ध कर दिया. कोरोना को मात देने के लिये बहुत-बहुत बधाई. इस पर लेखन से अन्य लोगों को भी संबल और प्रेरणा मिलेगी.
Mamta Bhatt: पहले तो आपको बहुत बहुत बधाई की आप सकुशल अपने परिवार अपने घर लौट आई!!! ये आपकी सकारात्मक सोच और आपकी इच्छा शक्ति दोनों को आपने निरंतर बनाये रखा !!!! आपसे हमसबो को सतर्क रहने की उचित सलाह मिलती है!!! जिसे हम सभी को पालन करना चाहिए!!! भोले बाबा की कृपादृष्टि आप पर हमेशा बनी रहे 💐
Manish Gunjan: Very useful information share. It can help many. Thank you for sharing and guiding all to stay positive and hopeful.
Manjusha Sharma: Thank you so much for all information… Stay safe and blessed every one.
Mithilesh Kr Sharma: आपके स्वास्थ्य के लिए भगवान से प़ार्थना करते है।आपके धैर्य की तारीफ करते है।आपके हिम्मत की दाद देते है।ज्यादा क्या लिखें आपको नमस्कार करते हैं।
Mukesh C. Sharma: So informative & meaningful text for the awareness amongst people. Wish the well being of the family & hope post treatment precautions are being taken as per the health advisories of Govt. Take care & stay safe
Mukesh Roy: Salute to your will power , patience and confidence.
Namrata Sharma: Salute to your efforts and courage to fight against this virus.Welcome back.
Neeraj Bhatt: धैर्य की पराकाष्ठा…. ऐसी परिस्थितियों उत्पन्न होने पर कोई धैर्यवान ही संभाल सकता है . अद्भुत ..
Neetu Singh: Thank to almighty for the speedy recovery of aunty…she is a great motivation for all.
Niwas Chandra Thakur: हे प्रभु। संध्या जी सकुशल घर आईं। आभार ईश्वर। तपन जी मैं तो अभी जान रहा हूं। आप के सम्पूर्ण परिवार के लिए बहुत बहुत मंगलकामनाएं।उनकी बहादुरी को सलाम।
Om Verma: आपके जज्बे को सलाम
Pramila Sharma: परमात्मा की कृपा और आपके पुण्य के फलस्वरूप हमलोगों को यह शुभ समाचार प्राप्त हुआ है हार्दिक बधाइयां और प्रभु को कोटि कोटि प्रणाम
Pramod Rana: आपके हिम्मत और धैर्य को सलाम
Pradyuman Rajeev Rana: Salute to your effort
Pramod Chandra Sharma: आपके हौसले को नमन
Parmanand Choudhary: कौरोना को मजाक में लेने की दुस्साहस नहीं करना चाहिए।दृढ़तापूर्वक इसका मुकाबला ही एक मात्र दवाई है।
Poornima Patil: तपन जी और संध्या जी आपने अपने धैर्य, सूझबूझ , सावधानियों, साहस के अनुभव सबके साथ साझा कर, कोरोना के लिये सामाजिक चेतना जागृत करने में अमूल्य योगदान दिया है। अभिनंदन🌹
Poonam Saxena: Get well soon didi. Miss you. God bless you.
Panna Shrimali: आपकी बातों को सुनकर बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है , आपकी हिम्मत की जितनी भी दादी जाए कम है, आपने अपने हिम्मत और आत्मविश्वास से कोरोनावायरस को हरा दिया 🙏
पं. दीपक शर्मा अब आपने हम लोगों को भी बीमारी से सतर्क रहने व लड़ने का मार्ग बताया है । ईश्वर करें यह बीमारी अति शीघ्र ही समाप्त हो । सभी स्वस्थ व प्रसन्न रहें ।
Priyanka Roy: भावुक वर्णन….आप सभी को पुनः आपके हौसलों आपकी अच्छी सूझ बूझ व आपके हरेक उचित कदम की सराहना करती हूँ। बार-बार पढ़ने की इच्छा होती है। बेहतरीन सम्पादन। इस स्टोरी के प्रकाशित होने पर फेसबुक पर आई टिप्पणियों में से कुछ यहां भी:
Pushp Kumar Maharaj: मैं तो सौ की सीधी एक बात जानता हूं ईश्वर देता और बचाता है … गलतियां हर कदम पर अनजाने में हो ही जाती है चाहे वो हम हो या कोई हो…….भाभी जी में धैर्य था साकारात्मक सोच थी ईश्वर पर भरोसा था इसलिए उन्होंने काल को पराजित किया….
हमारा प्रणाम व शुभकामनाएं
Ram Sundar Dasaundh: ज्ञानवर्धक आपबीती।हम सबों को इससे सीख लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।
Ramdeo Maharaj: Covid-19 पर सफलता पूर्वक जीत प्राप्त करने के लिए आपके निर्भीक मनोवल एवं कठोर संयम को ढेरों बधाइयाँ एवं इस हेतु आपके सभी चिकित्सीय एवं अन्य सहयोगी corona warriors को हार्दिक शुभकामना
Ram Sharma: आप सबके जज्बे को सलाम। इस भयावह स्थिति से ख़ुद को उबार लेना अपने आप में एक अनुकरणीय उदाहरण है। मगर संध्याजी ने जो मानसिक और शारीरिक वेदना झेली है उसे वे और उनके अपने ही समझ सकते हैं। जल्द स्वस्थ होने के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं
Rakesh Sharma: नि:शब्द। समझने के लिए बहुत कुछ आपने लिख दिया है, दुनिया इसको जैसे समझे। दुख में साहस और धैर्य का जो रोल है, उसके अलावा कुछ नहीं है।यह बिमारी ऐसी है कि कैसे आ जायेगी,इसका पता भी नहीं है।अब तो जिन्दगी ऐसी बन गई है कि इसी में जीना है। आपके धैर्य और विश्वास को नमन।
Rekha Rai: हम लोग खुद अचंभित हैं। संध्या भाभी जी की हिम्मत पर।
पूरे परिवार के धैर्य और सहन शक्ति को नमन करती हूँ।वो भी उन दिनों जब हम लोग संगीत सेतु संध्या में मग्न थे। हम लोगो को इसलिए सूचित भी नही किया गया।सबका मन विचलित हो जाएगा।
Rupesh Kumar: कोरोना के साथ संघर्ष और विजय की संध्या जी की कहानी वाकई प्रेरणादायक है। ईश्वर उन्हें और आप सभी को सदैव स्वस्थ्य रखें।
Shibendra Kumar Sharma: कर भला तो भला ये कहाबत यहाँ सच हो गया
Sanjeev Ray: मेरे पास सच मे शब्द नही है। यना संघर्ष के बावजूद चेहरे पे कोई शिकन नही, हर किसी के लिए ये सम्भव नही। आपने किसी को भनक तक लगने नही दिया। इतना त्याग तो मुझमें भी नही। आपके इस वाक्या को हर कोई याद रखेगा। कितना धैर्यपूर्वक आपने अपने आप को रखा। धन्य है, आप।🙏
Roy Tapan Bharati: Sanjeev Ray हमने संगीत संध्या के अंतिम सप्ताह में बहुत धैर्य रखा जब संध्या जी अस्पताल में और हम सब कोरोना टेस्ट कराने के लिए परेशान थे। पर सब धैर्य से निपट गया कि परिवार के शेष सदस्य कोरोना निगेटिव हैं।
Sandeep Bhatt: बहुत ही प्रेरणादायक लेख…जहां हम आज कोरोना के नाम से सहम जाते हैं वहां संध्या आंटी उसे मात देकर सामान्य जीवन मे लौटने की जज्बा को सलाम हैं उससे बड़ी बात हैं तपन सर के द्वारा इस बातों की जानकारी समाज को न देकर ताकि उनके दुख से और कोई दुखी विचलित न हों यह बहुत ही धैर्य का परिचायक हैं ऐसे कार्यों के लिए बहुत अनुभव की जरूरत होती हैं सहृदय सलाम हैं आप दोनों को…संध्या आंटी और पूरे परिवार की कुशलता की कामना करते हैं…
Shalini Sharma: ज़िन्दगी की रफ्तार तो चलेगी हीं पर सतर्कता से काम लेना होगा आपका यही संदेश है धन्यवाद, प्रणाम
Somna Goyal: Sandhya ji …a big salute to You. You Are a very strong person , a superwoman guiding others and an example !!
Srikant Ray: धैर्य सब से बड़ी चीज है। मनुष्य को धैर्य नही खोना चाहिए। धैर्यवान व्यक्ति बड़े से बड़े संकट से आसानी से उबर जाते हैं। आपके अनुभव से सीख लेनी चाहिये। और, पड़ोसी हो तो आप की सोसायटी वाले लोगो की तरह। इस जंग को जीतने में संयम , सतर्कता के साथ साथआप की श्रीमतीजी का हिम्मत का बहुत बड़ा योगदान मानता हूँ। क्योंकि साधारणतह महिलाएं तो इस बीमारी के नाम सुनकर हिम्मत हार जाती। आप का यह पोस्ट तथा वीडियो
बहुत ही प्रेरक है। आप के सोसायटी वाले को बहुत बहुत धन्यवाद जो कि इस संकट की घड़ी में सद्भाव पूर्ण व्यवहार कर अपनी उदारता का परिचय दिया है। गुरुमहाराज से प्रार्थना है कि आपको सपरिवार स्वस्थ्य रखें और सब को इस संक्रमण से बचायें।
Sangita Roy: संध्या भाभी जी के हौसले को सलाम। जिस बहादुरी एवं आत्मविश्वास के साथ उन्होंने इस बीमारी का सामना किया वो काबिले तारीफ है। हम सबको उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। स्वयं पर विश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति उनके चेहरे पर साफ झलकता है। उनके स्वस्थ होकर घर लौट आने की बधाई। ऐसी घड़ी में सारा परिवार किस मानसिक तनाव से गुजर रहा होगा इसकी मात्र कल्पना की जा सकती है।जिस पर बीतती है वही जान सकता है। आपने भी अपने धैर्य एवं संयम को कायम रखा और अपनी सभी जिम्मेदारियों में संतुलन बनाये रखा आप भी बधाई के पात्र है।
Suman Prasad Sharma: Welcome back Bhabhi ji & Many many congratulation, your courage against fighting COVID-19 is really appreciable. May God give you strength to recover fast.
Sudha Venugopal: Very good information. Once again congratulations to Shandyaji. She is winner and encourage to everyone.
Surekha Sharma: May God bless both of you always
SN Sharma: मै क्या कहूँ और क्या लिखूं समझ से पडे है । भगवान ने आपको कितना सहनशक्ति दिया है । सोचकर भी नहीं सोचा जा सकता है । बी बी डब्लू की टिप्पणियों से लेकर व्यक्तिगत घटनाओं के थपेडों को झेलते हुए मुसकुराते हुए बातें करना साधारण मनुष्य के लिए संभव नहीं लगता है । भगवान आपको सदैव खुश रखें । धन्यवाद
Sunita Sharma: जो अच्छे होते हैं उनके साथ हमेशा अच्छा ही होता है ।ईश्वर हमेशा उनका साथ देते हैं।
Tripurari Roy: नई जिंदगी पाने के लिए शुभकामनाएं। आप का बाल भी बाँका ना हो। धैर्य की मिशाल।
Tuhin Kumar: मुझे तो आरंभ से ही सब कुछ वाकिफ कराया जा रहा था,किंतु भैया-भाभी का सख्त निर्देश था कि किसी को भी इसके बारे में कुछ भी बताना नहीं है और उसका मैंने अंततः व पूर्णतः पालन किया।मैं ईश्वर के इस करिश्मे या कहर से बिल्कुल भौंचक था कि जो परिवार इससे बचने के लिए सदैव दूसरों को संदेश देते रहा, वह खुद कैसे कोरोना की चपेट में आ गया?दूसरा यह कि जो परिवार पूर्व से ही अनेक त्रासदियों को झेल चुका हो,उसे यह नयी विपत्ति क्यों?खैर विधि के विधान के अनुसार भाभी को इससे उबरना भी जो था।मैं उनसें कोरेंटाईन के दौरान प्रतिदिन सुबह-शाम सामान्य ढंग से सभी सामयिक विषयों पर चर्चे और उनकी हौसला अफजाई करता था। उनके व्हाट्सएप पर निरंतर हास्यपूर्ण और बुलंद हौसले वाले वीडियोज भेजता रहा।किंतु ,कोरोना पर उनका विजय उनकी नारी शक्ति और धैर्य का अदम्य व प्रेरक उदाहरण है। आरोग्य होने में उनकी समझदारी के अलावा पारिवारिक और सामाजिक सहयोग ने भी अत्यंत संबल का कार्य किया, जो पृथक्करण और एकाकीपन में उनकी जीजीविषा रही।ईश्वर करे यह घोर कष्टप्रद और जानलेवा महामारी दुश्मन को भी न हो।
Uphar Sharma: Salute to your courage..
Vijay Prakash: समझदारी भरी लड़ाई लड़ कर खुद परिवार पड़ोसी परिचितों को एक आशा का संचार किया बधाई
Vinod Pathak: मैडम और आपके हौसले को प्रणाम, ईश्वर उन्हें दीर्घायु दे…
Vijay Rai: आपके जज्बे को सलाम ।।। बहुत साहस के साथ आपने यह लड़ाई जीती है।। शुभकामनाएं
Vinita Pratap Bery: Sandhya Roy Aunty is a live example of inner strength, diligence and perseverance. Corona is just 1 small incident. She has been victorious over every battle of life coz she knows the Art of living. She is so affectionate to all of us. A Torch Bearer, Dotting mother, she has lived all her responsibilities with a smiling face. People like these are hardly seen. Nothing can break your strong will power to overcome the challenges. You will always remain victorious. We pray for your quick recovery and well being for the entire family.