हांगकांग का वैश्विक ट्रेड हब का विशेष दर्जा खत्म, अमेरिका पर बिफरे चीन के प्रधानमंत्री

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अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि अब कोई भी यह नहीं कह सकता कि हांगकांग को चीन से स्वायतत्ता कायम है। स्वायतत्ता को लेकर अब कोई उम्मीद नहीं बची है पर अमेरिका हांगकांग के लोगों के साथ हमेशा खड़ा है।

अमित रंजन/नई दिल्ली   
चीनी राष्ट्रगान विधेयक को लेकर हांगकांग में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने वैश्विक ट्रेड हब के अपने दर्जे को वापस ले लिया है। इस फैसले से चीन की बेचैनी बढ़ गई है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बताया कि हांगकांग को जिस व्यवस्था की वजह से यह सुविधा मिली थी वह अब बची नहीं है। उन्होंने कहा, चीन ने हांगकांग की स्वायतत्ता लगभग खत्म कर दिया है। इस बीच चीन के प्रधानमंत्री ली किकियांग ने कहा है कि दोनों देशों को अपनी असहमतियों को दूर करना चाहिए और एक-दूसरे के ‘हितों’ का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने ट्रंप प्रशासन को चेतावनी दी कि दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पटरी से उतारने के प्रयास से पूरी दुनिया को नुकसान होगा।
अमेरिका और चीन के रिश्तों में खटास और बढ़ गई है

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि आज की तारीख में कोई भी यह नहीं कह सकता कि हांगकांग को चीन से स्वायतत्ता कायम है। स्वायतत्ता को लेकर अब कोई उम्मीद नहीं बची है। आज मैंने अमेरिकी कांग्रेस को बता दिया है कि हांगकांग को अब चीन से मिली स्वायतत्ता समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा, अमेरिका हांगकांग के लोगों के साथ हमेशा खड़ा है।

पोम्पियो ने कहा कि हांगकांग अब अमेरिकी कानून के तहत वॉरंट स्पेशल ट्रीटमेंट का फायदा नहीं ले पाएगा, जैसा कि उसे ब्रिटिश कानून (1997 से पहले) के तहत हासिल था। चीन हांगकांग पर नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करना चाहता है, जिसे लेकर क्षेत्र में फिर से माहौल गरम है और लगातार विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं। 
उधर कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका के बीच में तनाव लगातार जारी है। इस बीच चीन के प्रधानमंत्री ली किकियांग ने कहा है कि दोनों देशों को अपनी असहमतियों को दूर करना चाहिए और एक-दूसरे के ‘मुख्य हितों’ का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने ट्रंप प्रशासन को चेतावनी दी कि दोनों बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पटरी से उतारने के प्रयास से किसी का भी भला नहीं होगा और पूरी दुनिया को नुकसान होगा।
चीन के संसद सत्र के अंत में ली ने वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच बढ़ते तनाव के बारे में सवालों का जवाब दिया। दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि वह दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध तोड़ देंगे। चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बाद ली दूसरे नंबर के नेता हैं। ली ने कहा, ‘यह सच है कि वर्तमान में चीन और अमेरिका के बीच संबंधों में नयी समस्याएं और चुनौतियां आ गई हैं।’ अमेरिका और चीन के बीच कई मु्द्दों पर तनाव चल रहा है। इसमें व्यापार के मामले के साथ-साथ कोरोना वायरस महामारी की उत्पत्ति और हांगकांग में बीजिंग की नई सुरक्षा कार्रवाई शामिल हैं।

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