इसके बाद हारोप ड्रोन ने आतंकी ठिकानों की जानकारी दी, फिर भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर की जबरदस्त बमबारी
written by Roy Tapan Bharati
पुलवामा हमले का बदला लेने भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार करीब 21 मिनट तक ताबड़तोड़ बम गिराकर 200-300 आतंकियों को मारा है। साल 1971 के बाद पहली बार एयर फोर्स ने LOC पार कर एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया है। इसके लिए वायुसेना इजरायली तकनीक की मदद ली है।
हमला करने से पहले भारतीय वायुसेना ने इजरायली अवॉक्स की मदद से पाकिस्तानी रडार जाम किए। इसके बाद हारोप ड्रोन ने आतंकी ठिकानों की जानकारी दी। आगे-आगे चले हारोप ड्रोन और पीछे वायुसेना के मिराज 2000 ने गिराए बम। इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादियों व उनके प्रशिक्षकों को मार गिराया गया। विदेश सचिव विजय के.गोखले ने मीडिया से कहा कि इस नॉन मिलिटरी प्री-ऐप्टिव ऐक्शन में खासतौर से आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया।
वायुसेना के अधिकारियों ने बीबीसी संवाददाता को इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार तड़के अंबाला से कई मिराज विमान उड़े और बिना अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन किए, निश्चित लक्ष्यों पर बम बरसाए। विमानों ने एलओसी को पार किया और नियंत्रण रेखा के नज़दीक बालाकोट नाम के एक क़स्बे पर बम गिराए। वायु सेना के अधिकारियों ने बताया कि ये सारा अभियान आधे घंटे में पूरा हुआ। विमान तीन बजे तड़के उड़े और साढ़े तीन बजे तक सभी विमान सुरक्षित लौट आए।
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विदेश सचिव गोखले ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पुख्ता खुफिया सूचना के बाद भारत ने जैश के ठिकानों पर नॉन मिलिटरी ऐक्शन के तहत हमला किया गया। विजय गोखले ने कहा, ‘इस सूचना के बाद कि जैश के आतंकी भारत में और आत्मघाती हमले करने के फिराक में है, भारत द्वारा हमला करना जरूरी हो गया था।
पाकिस्तानी सेना ने खुद आज सुबह भारतीय वायुसेना के विमानों से गिराये गये बमों और अन्य वस्तुओं के एक हिस्से की तस्वीरें दिखाकर मान लिया कि भारतीय एयरफोर्स ने मुजफ्फराबाद के बालाकोट, चिकोटी और कुछ अन्य जगहों पर हमले किये। पाकिस्तानी टीवी और सेना अभी नहीं मान रहे कि उनके यहाँ लोग हताहत हुए हैं पर रजौरी में दैनिक जागरण के पत्रकार गगन कोहली ने मुझसे फोन पर बात करते हुए माना कि एलओसी पार हमारी वायुसेना के विमान गये थे और उनके इलाके में 22 मिनट तक रहे और इसी दौरान बमबारी हुई होगी। आपमें से कुछ स्वजनों को पता है कि मैं कुछ साल तक दैनिक जागरण के दिल्ली संस्करण में सह संपादक पद पर रह चुका हूँ।
इस बाबत मुजफ्फराबाद के चिकोटी में एक पाकिस्तानी पत्रकार रोशन ने भी यह माना कि चिकोटी के स्थानीय नागरिकों ने तड़के तीन बजे के आसपास विमानों और विस्फोट की जबरदस्त आवाज सुनी। मैंने दो दिन पहले लिखा था कि चिकोटी शहर भारतीय एलओसी से 3 किलोमीटर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बमबारी के कई फोटो भी ट्वीट किए हैं जिसमें भारतीय बमों के शेल नजर आ रहे हैं। हमे भारतीय वायुसेना की प्रेस कांफ्रेंस का थोड़ा इंतजार करना चाहिए तब सरकार देशहित में तथ्यों को आम जनता के सामने रखेगी।