इस योजना के तहत रंगे हाथों अल्ट्रासाउंड सेंटरों को पकड़वाने वाले मुखबिर व गर्भवती महिला को दो लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा
नई दिल्ली: यूपी सरकार की तरह ही दिल्ली सरकार भी कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए मुखबिर योजना शुरू कर रही है। योजना के तहत भ्रूण लिंग की पहचान बताने वाले नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर शिकंजा कसा जाएगा।
भ्रूण लिंग बताने वालों की सूचना देने व इन्हें पकड़वाने वालों को सरकार दो लाख रुपये तक का पुरस्कार देगी। दिल्ली में घटते लिंगानुपात से सरकार ने यह निर्णय लिया है। योजना के तहत तकनीक का दुरुपयोग कर भ्रूण लिंग का परीक्षण कर बेटियों को जन्म लेने से रोकने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अल्ट्रासाउंड सेंटरों और नर्सिंगहोम को चिह्नित किया जाएगा, जो गर्भवती महिलाओं में कन्या भ्रूण होने की जानकारी साझा करते हैं। इस योजना में ऐसे लोगों को पकड़वाने में एनजीओ की भी मदद ली जाएगी।
सटीक जानकारी देने वालों को 50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। एक टीम संबंधित केंद्रों पर छापेमारी करेगी। इस योजना के तहत रंगे हाथों अल्ट्रासाउंड सेंटरों को पकड़वाने वाले मुखबिर व गर्भवती महिला को दो लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा।