कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वरा ने कहा कि सिद्धारमैया अब तक के सबसे बेहतर मुख्यमंत्री रहे हैं और वे कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं। कांग्रेस विधायकों ने अपनी राय रखी है। इसमें गलत क्या है?
बेंगलुरू: कर्नाटक में सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन और बीजेपी के बीच हफ्तों चले सियासी उठापटक के बाद अब लड़ाई गठबंधन के भीतर छिड़ गई है। मामला यहां तक बढ़ गया कि जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने पद छोड़ने तक की बात कह दी। दरअसल, कांग्रेस के नेता और विधायक एसटी सोमशेखर ने कहा है कि कुमारस्वामी नहीं सिद्धारमैया हमारे नेता हैं और वह सबसे अच्छे मुख्यमंत्री रहे।
कांग्रेस नेता के इस बयान पर भड़के कुमारस्वामी ने कहा, “कांग्रेस नेताओं को इन सभी मुद्दों को देखना होगा, मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। अगर वे इसे जारी रखना (सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाना) चाहते हैं, तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। वह सीमा पार कर रहे हैं…कांग्रेस नेताओं को अपने विधायकों को नियंत्रित करना चाहिए।”
इस पर कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वरा ने कहा कि सिद्धारमैया अब तक के सबसे बेहतर मुख्यमंत्री रहे हैं और वे कांग्रेस के विधायक दल (सीएलपी) के नेता हैं। कांग्रेस विधायकों ने अपनी राय रखी है। इसमें गलत क्या है? हम कर्नाटक के मुख्यमंत्री (एचडी कुमारस्वामी) के कामों से खुश हैं।
आपको बता दें कि 2017 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी भी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। चुनाव बाद कांग्रेस ने बड़ी पार्टी होने के बावजूद एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया। इस बीच बीजेपी ने सरकार बना ली। मामला सुप्रीम कोर्ट में गया और बीजेपी के बीएस युदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद से कर्नाटक में राजनीतिक उथल-पुथल की खबर समय-समय पर आती रही है।
पिछले दिनों बीजेपी ने कांग्रेस पर तो कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाये। दोनों ही पार्टियों ने अपने विधायकों को रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया। कई कांग्रेस विधायक मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज हैं। पिछले दिनों दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।