29 साल पहले राज्य बनने के बाद भी अरुणाचल की राजधानी ईटानगर के लिए एयरपोर्ट सपना रहा, अब यह स्थिति बदल रही है। मंत्री जयंत सिन्हा ने ऐलान किया कि होलोंगी में एयरपोर्ट के लिए आधारशिला दिसंबर में रखी जाएगी।
नई दिल्ली। 29 साल पहले राज्य बनने के बाद भी अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के लिए एयरपोर्ट सपना रहा है। अब यह स्थिति बदलने जा रही है। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी में एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंजूरी दे दी है। इस एयरपोर्ट की लागत 1,055 करोड़ रुपए होगी और इस प्रोजेक्ट को पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने मंजूरी दे दी है।
ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे पर प्रस्तावित 2,200 मीटर का एक बड़ा रनवे होगा जो जेट विमान को संभाल सकता है। इससे मेट्रो शहरों के लिए सीधी उड़ानों की सुविधा मिलेगी। बाद में अंतरराष्ट्रीय स्थलों के लिए उड़ान की सुविधा भी दी जाएगी।
चीन की सीमा से सटे होने के कारण इस एयरपोर्ट का सामरिक महत्व भी होगा। चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना नाजायज हक भी जताता रहता है। ऐसे में अरुणाचल प्रदेश में एयरपोर्ट के निर्माण से चीन की परेशानी निश्चित रूप से बढ़ेगी। पेमा खांडू ने ट्वीट किया, ‘टीम अरुणाचल के लिए खुशखबरी है कि राजधानी में अपने एयरपोर्ट के दशकों पुराने सपने को आज पीआईबी में मंजूरी मिल गई।’
29 साल पहले राज्य बनने के बाद भी अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के लिए एयरपोर्ट सपना रहा है, अब यह स्थिति बदलने जा रही है। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने सोमवार को ऐलान किया कि होलोंगी में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए आधारशिला दिसंबर में रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के विकास पर 1,200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे पर प्रस्तावित 2,200 मीटर का एक बड़ा रनवे होगा जो जेट विमान को संभाल सकता है। इससे मेट्रो शहरों के लिए सीधी उड़ानों की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि बाद में अंतरराष्ट्रीय स्थलों के लिए उड़ान की सुविधा भी मिलेगी।