कोहरे में रास्ता दूर तक दिखाई न दे तो डरने के बजाय धीरे-धीरे आगे बढ़ते जाएं

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सफलता का सही मंत्र क्या है: (पहली किश्त)

कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे कौन से कार्य करने में रुचि सबसे ज्यादा है जिसे आप पूरी ईमानदारी के साथ कर सकते हैं। पहले उस चीज का आकलन करें और फिर आप अपना रोडमैप तय करें न कि अंधेरे में तीर चलाएं 

रंजना राय/बंगलोर
 
अपनी अनुभूतियों के अनुसार आज मैं आप लोगों के साथ इस विषय पर चर्चा करूंगी। “सफलता आपका परिचय दुनिया से करवाती है और और असफलता आपसे दुनिया का परिचय करवाती है।” जी हां दोस्तों यह कटु सत्य वचन हैं।
 
स्वजनों, सफलता एक ऐसा शब्द है जिससे कोई भी अनजान नहीं है। बचपन से ही माता-पिता अपने बच्चों के दिमाग में सफल लोगों की जीवनी पढ़ने और सफलता के नियमों से अवगत कराते रहते हैं लेकिन फिर भी इस मंजिल को तय बहुत कम लोग कर पाते हैं। आपने सोचा, आखिर ऐसा क्यों होता है? आखिकार, कहां कमी रह जाती है हमारे नेतृत्व को सकारात्मक अंजाम देने में ?
 
इस दुनिया में अधिकतर लोगों की नजर में सफलता का मतलब बड़ी लक्जरी कार, बड़ा घर और बहुत सारा पैसा कमाना है। ऐसे लोग हर चीज़ को पैसे की नजर से तौलते हैं और जहां पैसा दिखता है उनका झुकाव उसी तरफ हो जाता है। कुछ लोग बिजनेस करके सफलता प्राप्त करते हैं तो कुछ लोग अपनी नौकरी के जरिए ऊंचे पायदान पर चढ़ना चाहते हैं। आज 21वीं सदी की महिलाएं भी समाज में अपना-अलग मुकाम बना रही हैं। घर गृहस्थी संभालते हुए बच्चों को जन्म देने के साथ-साथ परिवार के अंदर भी तालमेल रखते हुए अपनी मंजिलों को प्राप्त कर रही हैं। यह सामाजिक बदलाव तरक्की की निशानी है।
सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है पक्का इरादा और दृढ निश्चय: कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है जैसे कौन से कार्य को करने में आपकी रुचि सबसे ज्यादा है जिसे आप पूरी इमानदारी के साथ कर सकते हैं। पहले उस चीज का आकलन करें और फिर आप अपना रोडमैप तय करें न कि अंधेरे में तीर चलाएं। ध्यान रहे, अगर ईश्वर पर भरोसा है तो उतना ही मिलेगा जितना वह चाहेंगे। लेकिन भरोसा अगर खुद पर है तो ईश्वर वहीं देगा जितना आप चाहोगे । कोई कार्य बड़ा या छोटा नहीं होता है हर इंसान छोटे से ही बड़ा होता है। तरक्की के लिए हमे अपने दिल को बड़ा रखना होगा ।
 
चुनौती लें और चुनौती लेने दें: जोखिम उठाना सीखें और असफलता से ना डरें यह आपके तरक्की की कुंजी है। असफलता कोई चीज नहीं होती है यह आपके सफल इरादों का रास्ता तय करती है। मान लीजिए, अगर आप दिन भर में 100 बार गिरते हैं यानी कि सौ गलतियां करते हैं तो आपको सौ सबक जिंदगी का मिल रहा है। ऐसा करने से आप अपने लक्ष्य के प्रति पूर्णतया समर्पित हो जाते हैं और आप सही और ग़लत में फर्क बड़ी आसानी से करने लगते हैं ! और आप अपनी fluctuating emotions को बखूबी deal करने लगते हैं।
 
अगर मैं अपनी बात करूं तो भुझे याद नहीं है कि हमें कोई भी विफलता हमें इतना प्रभावित किया हो कि हम टूट गए हों और अपने लक्ष्य से कभी भटके हों। खासकर मैं हर विपरीत स्थिति में चट्टान सी बन जाती हूं और हर दिन मैं अपने आपको अच्छी स्थिति में पाती हूं।
 
स्पष्ट नीतियों का होना…सबसे अहम बात यह है की आप कितने फोकस और ईमानदार हैं। आपकी नीतियां कितनी स्पष्ट हैं। मान लिजिए की मुझे पटना से दिल्ली मंथन में जाना है तो आप सोच समझ कर सही ट्रेन में सही समय पर बैठते हैं ताकि आपको अपने निर्धारित समय के अनुसार तय समय पर destination पर पहुंचा दे लेकिन अगर आप दिल्ली की जगह बंगलोर की ट्रेन पकड़ लेंगे तो न ही आप मंथन में शिरकत कर सकेंगे और न ही सही जगह पर पहुंच पाएंगे। कहने का तात्पर्य है कि आपकी यात्रा सही रास्ते पर होनी चाहिए । ऐसा करने से आपका लक्ष्य और आपकी दिन रात की मेहनत आपके लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कभी भी दिशा भ्रमित नहीं करेगी।
 
“कोहरे से एक अच्छी बात सीखने को मिलती है कि जीवन में जब कोई रास्ता दिखाई ना दे तो दूर तक देखने की जरूरत नहीं है। धीरे-धीरे एक ही कदम बढ़ाते चलो खुद-ब-खुद रास्ता साफ होता चला जाएगा।”
फेसबुक पर किसने इस लेख पर क्या लिखा: 
Ganpati Maharaj बहुत ही उम्दा लेख
 
Rekha Rai बहुत खूब Ranjana Roy ji…एक एक प्वाइंट पर आपने विशेष रूप से प्रकाश डाला है।अनुकरणीय पोस्ट।
 
Ram Sundar Dasaundhi ” सफलता आपको दुनिया से परिचय करवाती है और असफलता आपको दुनिया का परिचय कराती है।”……….ग्यानवर्धक विषय, ग्यानवर्धक लेख।
 
अमित कुमार शर्मा: मैडम शीर्षक ही बेहद प्रेरणादायक है। ‘कोहरे में रास्ता…..आगे बढ़ते जाये’
 
Pramod Prithvinath Bhatt बहुत ही अच्छा लेख, जीवन प्रवंधन को बताती यह लेख प्रेरणादायक।
 
Sandhya Bhatt बेहद उम्दा,” सफलता आपको दुनिया से परिचय करवाती है और असफलता आपको दुनिया का परिचय करती है…एक पहलु में अपनी सफता का वैभव और दूसरी तथ्य में उस असफल जीवन की अनकही परिस्थिति का स्वाद या ऐहसास। ये लाईन पर इंशान अम्ल करले तो जीवन, जीने का मुल मंत्र सिखले, आज की युवा पीढ़ी को ऐसे “ग्यानवर्धक ” लेख और विषय पर अवश्य ही ध्यान देने चाहिए। इस सुन्दर लेख के लिए रंजना दी को बहुत बहुत आभार👍 🙏
 
Roy Tapan Bharati रंजनाजी। सफलता का सही मंत्र बताया। अगली किश्त का इंतजार रहेगा।
 
Ranjana Roy Roy Tapan Bharati भइया यह सब आपके प्रोत्साहन का फल है
 
Amita Sharma बेहद उम्दा👌“विपरीत परिस्थितियों में चट्टान बनना”👍यह जिसने अपना लिया सफलता उसके साथ हमेशा है।आपका अनुभव आपको और मजबूत बनाता है।बहुत कुछ इंसान एक दूसरे को देखकर ही सीखता है,सीखने की कला जिसमे है वह ‘दिन दूनी रात चौगुनी’तरक्की की तरफ बढ़ेगा।
 
Deorath Kumar: लाज़वाब, ज्ञानवर्धक, जीवन में सफलता का रास्ता दिखाने वाला पोस्ट आप, आपके विचार और लेखनी को सैल्यूट। अगली कड़ी के इंतजार में
 
Pankaj Kumar Sharma बहुत ही शानदार प्रस्तुति रंजना दीदी… एक-एक शब्द प्रभावशाली, एक-एक बिंदु ज्ञानवर्धक अब पूरा पोस्ट सफलता का असली “गुरु मंत्र” है… आपकी अगली कड़ी का बेसब्री से इंतजार रहेगा
 
Bindu Kumari बहुत उम्दा ज्ञानवर्धक लेख,👌👌अगली कड़ी का इंतजार है भाभी।
 
Rakesh Sharma बहुत सुन्दर और प्रेणनादायक पोस्ट।आपने सफलता के रहस्य पर से पर्दा उठाया है, आपकी एक एक बातें काफी प्रेणनादायक है।जिस प्रकार एक अच्छे अभिभावक या गुरु अपने बच्चे या शिष्य को अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं ठीक वैसे ही आपने बहुत सहज और सुक्ष्म तरिके से सफलता के रहस्य को पोस्ट कर एक एक बातों को बहुत अच्छा से बताया है।आप पर गर्व है।
 
Tripurari Roy Brahmbhatta बिल्कुल सही। कुछ लोग पैसे को सफलता से तौलते हैं लेकिन ऐसी बात नहीं। हमें लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए। लक्ष्य की प्राप्ति मेहनत से होती है ना कि पैसे से । मेहनत से पैसे खुद ब खुद चली आती है।
Ramesh Sharma अद्भुत, बहुत ही ज्ञानवर्धक , प्रभावशाली और सफल जीवन के लिए अनुकरणीय ।ऐसे पोस्ट के लिए आपका आभार ।
Pradeep Kumar बहुत ही सुंदर लेख जितनी तारीफ करे कम है।
 
Tuhin Kumar अटल इरादे, दृढ संकल्प ,सच्ची लगन,अहर्निश परिश्रम और हिम्मत से अपने लक्ष्य, महत्वाकांक्षा या उद्देश्य की प्राप्ति होती हैं, जिसे सफलता कहते हैं।इसमें समर्पित होना अनिवार्य है।उडान के दरम्यान ऐसे ख्यालात हेतु धन्यवाद।
 
Bal Binod Sharma तुम्हारी दूरदृष्टि लगन और मेहनत सब कुछ सराहनीय हैं, भगवान तुम्हें प्रगति मेरी चार चाँद लगाए,यह मेरा आशीर्वाद है
 
Parmanand Choudhary विपरीत परिस्थितियों में आगे बढ़ना बड़ी सफलता है।मैं भी कोहरे से शिक्षा लेते हुए एक एक कदम बढ़ाते हुए लगभग मंजिल के करीब पहुंच चुका हूँ।
 
Mithilesh Kr Sharma सकारात्मक पोस्ट ।प्रेरक पोस्ट।सुन्दर प्रस्तुति
 
Ramesh Chandra Sharma प्रेरणादायी एवं सफलता हेतु उचित दिशा प्रदान करती पोस्ट
 
Vandana Kumari सफलता और असफलता ये जिन्दगी के अलग अलग पैमाने है! कोई इन्सान खुद को जिन्दगी की किस विषम परिस्थितियों में खुद को कितना सफल बना पाते हैं ये उनकी परिस्थितियों पे निर्भर करता है !!
घर परिवार समाज इनसब को साथ लेकर यदि आप अपनी कठिनाइयों को पार करते हुए जी पा रहें हों और आपके द्वारा परिवार और समाज को खुशियां प्राप्त हो तो ये भी ईक सफलता की ही निशानी है !!!
 
Mahendra Pratap Bhatt आपने समय का सदुपयोग कर यह भी साबित कर दिया कि सफलता के लिए time management भी जरूरी है। इस लेख की दूसरी कड़ी का इंतजार रहेगा।
 
Priyanka Roy आपकी इस प्रेरणाशक्ति प्रदान करने वाली लेखनी को पढ़कर बहुत अच्छा लगा। विशेषकर सफलता के मूलमंत्र पर विशेष चर्चा अति सराहनीय है।
 
Shalini Sharma सबसे महत्वपूर्ण बात कि काम छोटा या बड़ा नही होता है बस ईमानदारी होनी चाहिए।मार्ग दर्शक लेख -धन्यवाद 🙏
 
Sanjay Bhatt यकीनन सटीक मार्गदर्शन
 
Shiv Shankar Kumar मेहनत, परिश्रम, अभ्यास सफ़लता की कुंजी है,आपका लेख युवाओं के लिये पथप्रदर्शक है, सुंदर विचारधारा, अनुकरणीय।
 
Rakesh Nandan अच्छा लेखन। कौन सफल और कौन असफल यह एक perception है। आंतरिक ख़ुशी और मन में एक संतोष की मैंने जीवन व्यर्थ नहीं गँवाया इंसान को एक सुखद अनुभूति देते है। इस लेख के लिए बधाई रंजना जी!
 
Ranjana Roy आप सभों का दिल से आभार और शुक्रिया आपके प्रोत्साहन के लिए । दूसरी किश्त जारी हो गई है1
 
Anjana Sharma प्रेरणादायक पोस्ट,,,,,अनुकरणीय
 
Brajesh Kumar Bhatt यात्रा हवाई है लेकिन आपकी लेखनी धरातल से जुड़ी हुई है।प्रत्येक लेखन के लिए उपयुक्त समय का होना बहुत जरूरी है जैसा मेरा मानना है।आपके ऑस्ट्रेलिया से बैंगलोर तक के यात्रा में समाज के युवाओं के लिए प्रेरणादायक लेख में हम सब के जीवन की यात्रा भी शामिल है।
 
डॉ उमेश राय भट्ट लेख सफलता की कुंजी है ।
 
Ajay Rai जिंदगी में सफलता और असफलता जीवन के पथ प्रदर्शक हैं और उन्हें एक प्रेरणा के रूप में लेनी चाहिए 👍! आपने जो शीर्षक रखा है उसी में उसका जवाब है आपकी लेखनी काबिले तारीफ है इंतजार रहेगा दूसरी किस्त की
 
Sharma Nirmala आपका पोस्ट प्रेरणादायक है। ।आपने बहुत सुंदर लिखा है ।सव में जिंदगी में जब कभी कोहरे का सामना करना पड़े तो। धीरे धीरे। बढ़ना चाहिये।रुकना नही चाहिए। बेहतरीन
 
Manoj Kumar “स्पष्ट नीति और जोखिम लेने कि क्षमता” सफलता की कुंजी है। उल्लेखनीय सुझाव है युवाओं के लिए।
 
भट्ट संजीव कुमार: आपकी यह लेख वास्तव में प्रेरक है और मुझे उम्मीद है कि काफी स्वजन इससे लाभान्वित होंगे।
ज्यादातर लोग सफलता का मापदंड पैसा मानते हैं परंतु मेरी नजरिये से सफलता कुछ और नहीं वल्कि अपनी आत्म संतुष्टी है, कुछ लोग खुद कि विलासतापुर्ण जिन्दगी को सफलता मानते हैं तो कुछ समाज एवं जरूरतमंद लोगों के जीवन में साकारात्मक बदलाव (उदाहरणार्थ, बच्चों कि शिक्षा, रोजगार, सामाजिक प्रेम इत्यादि) लाने को हीं सच्ची सफलता मानते हैं।आने वाले समय में ब्रहमभट्ट वल्ड के द्वारा सामाजिक प्रेम कि धारा एवं अपने समाज में साकारात्मक बदलाव के लिए किया गया प्रयास निश्चित हीं सार्थक होगी।
 

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