अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों के दाखिल होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। बीते साल डोकलाम में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी। इस घटना को लेकर भारत और चीन के बीच दो महीनों से ज्यादा समय तक गतिरोध चला
नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर भारत को उकसाने वाली कार्रवाई की है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक अरुणाचल प्रदेश के अपर दिबांग वैली में घूमते पाए गए हैं। एक तरफ जहां जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में चीन ने हेलिकॉप्टर से भारतीय हवाई सीमा में घुसने की कोशिश की है, वहीं दूसरी तरफ अरुणाचल प्रदेश में चीनी सुरक्षाबलों को देश की सीमा के अंदर देखा गया है।
अरुणाचल में स्थानीय लोग एक सप्ताह पहले अपर दिबांग वैली में शिकार के लिए गए थे जहां उन्होंने चीनी सेना के 11 सैनिकों को भारतीय इलाके में घूमते हुए पाया। स्थानीय लोगों ने चीनी सैनिकों की तस्वीरें ली हैं जिसे सेना को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के दो हेलीकॉप्टर 27 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे लद्दाख के बुर्तसे और ट्रैक जंक्शन पोस्ट के आसपास दिखे। दोनों चीनी हेलीकॉप्टर MI-17 की तरह दिख रहे थे। पांच मिनट तक दोनों हेलीकॉप्टर भारतीय हवाई क्षेत्र में रहे।
अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों के दाखिल होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले साल डोकलाम में चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की थी। घुसपैठ की इस घटना को लेकर भारत और चीन के बीच दो महीनों से ज्यादा समय तक गतिरोध चला और नई दिल्ली के कूटनीतिकि प्रयासों के चलते चीनी सेना को डोकलाम से पीछे हटना पड़ा था। अरुणाचल में चीनी सैनिकों के देखे जाने की यह पहली घटना नहीं है। चीनी सैनिकों की 2018 में 170 से ज्यादा बार भारतीय इलाकों में दाखिल होने की घटना सामने आई है।
लद्दाख के ट्रिग हाईट और डेपसांग का ये इलाका भारत के लिए रणनीतिक तौर पर काफी महत्व रखता है। यही वजह है कि चीन यहां कब्जा करने की कोशिश में रहता है और बार-बार घुसपैठ के प्रयास करता है. इसी इलाके में भारत का महत्वपूर्ण दौलत बेग ओल्डी एयरफील्ड भी है, जिस पर चीन घुसपैठ के जरिए नजर रखने की फिराक में रहता है.