वर्तमान में जीने की कला सिखाता है मेडिटेशन – डॉ. पटेल
वरिष्ठ अधिकारियों ने किया ओरेटर डॉ पटेल को सम्मानित
मौजूदा हालात में हमारा मन ही अपने कंट्रोल में नहीं है। मेडिटेशन के जरिए दुनिया को सकारात्मक नजरिए से देखने की कला सीखकर हम जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। प्रकृति, लोग व परिस्थिति आदि कुछ भी अपने हाथ में नहीं है।
अश्वनी भाई/दीपा, वैशाली, गाजियाबाद
जीवन में बहुत काम है। अतः अनावश्यक वाद विवाद में न उलझें। क्या आप जानते हैं 80 प्रतिशत विचार अतीत से संबंधित होने के कारण ही व्यक्ति आज दुख का जीवन जीने को मजबूर है। अगर हम अपने मन में पैदा होने वाले विचारों पर काबू पाना सीख लें तो हमारे तमाम दुखों को आसानी से खत्म किया जा सकता है।
शनिवार की सुबह वैशाली में ब्रह्मकुमारी संस्थान की ओर से दूसरे दिन आयोजित प्रख्यात मनोवैज्ञानिक व ओरेटर डा गिरीश पटेल के सेमिनार में शरीक हुआ।
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डा पटेल ने बताया कि मौजूदा हालात में हमारा मन ही अपने कंट्रोल में नहीं है। मेडिटेशन के जरिए दुनिया को सकारात्मक नजरिए से देखने की कला सीखकर हम जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। प्रकृति, लोग व परिस्थिति आदि कुछ भी अपने हाथ में नहीं है। लेकिन दुनिया को देखने का नजरिया ही सिर्फ अपने हाथ में है। मेडिटेशन हमें ज्ञान व शक्तियों से भरपूर कर देता है जिससे हम आसानी से अपने नजरिए को नकारात्मक से सकारात्मक व अपनी बुरी आदतों को अच्छी आदतों में परिवर्तन करके कार्यक्षेत्र पर नाम, मान व सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
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इस अवसर पर भारत इलेट्रोनिक्स लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अनिल दुआ, जीएस मेडिकल कॉलेज हापुड की डायरेक्टर डॉ रूपाली, परिवर्तन स्कूल, राजनगर की डायरेक्टर संगीता शर्मा, नॉर्दन एरोमेटिक्स के डायरेक्टर दिवाकर, डायरेक्टर सत्येन्द्र श्रीवास्तव ने डा पटेल, डा अनिता समेत ने डॉ पटेल को सम्मानित किया। सभी अतिथिगण ने समारोह में कवि नगर शाखा इंचार्ज बीके राजेश दीदी, वसुंधरा शाखा इंचार्ज बीके रंजना, बीके रश्मि बहन उपस्थित रही। मंच संचालन बीके ईशु, बीके सुनिता, बीके लवली ने किया। अतिथियों की ओर से कैंडल लाइटिंग भी की गई।
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