अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने वेनेजुएला से तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है जिस कारण वहां की तेल बिक्री न के बराबर हो गई है
काराकास (वेनेजुएला): दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला में लोग इन दिनों महंगाई की मार से परेशान हैं। वेनेजुएला में महंगाई दर चरम पर है जिस कारण वहां वस्तुओं के दाम कई गुना बढ़ गए हैं। बता दें कि 1950 से 1980 के दशक तक वेनेजुएला आर्थिक रूप से सशक्त देश था। यहां तेल के कई भण्डार मौजूद थे और यह इटली और स्पेन जैसे देशों के प्रवासियों के लिए प्रकाशस्तम्भ के समान था। कभी दक्षिण अमेरिका के सबसे अमीर देशों में से एक रहे वेनेजुएला की इस हालत के पीछे USA से तनाव भरे संबंध हैं। अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने वेनेजुएला से तेल खरीदने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है जिस कारण वहां की तेल बिक्री न के बराबर हो गई है।
1999 में हुगो चावेज देश के राष्ट्रपति बने जिनकी समाजवाद की नीति ने कई व्यवसायों को तबाह कर दिया. कुछ व्यवसायों को राष्ट्रीयकृत कर दिया गया। राज्य द्वारा संचालित तेल उद्योग से हजारों श्रमिकों को हटा दिया गया, जिन्हें राजनीतिक समर्थकों द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था जिन्हें कोई तकनीकी अनुभव नहीं था। 2013 में पहले बस ड्राइवर और फिर यूनियन लीडर निकोलस माडुरो देश के राष्ट्रपति बने जिनके आने के बाद देश की अर्थव्यस्था की हालत और खराब हो गई है।