संपादक कल्पेश याग्निक ने भास्कर की छत से कूदकर की थी आत्‍महत्‍या

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पहले यह खबर आई थी कि उन्‍हें दिल का दौरा पड़ा है। पर अगले दिन शु्क्रवार को पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में मल्‍टीपल फ्रैक्‍चर की बात सामने आई

इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक ने गुरुवार रात भास्कर समाचार पत्र के कार्यालय की छत से कूदकर खुदकुुुुशी की थी। पुलिस ने FIR दर्ज कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है। उनके शरीर में मल्टीपल फ़्रैक्चर हुए हैं। वे संभवत: छत से कूद कर मरे हैं। हार्ट अटैक से सीढ़ियों पर गिरकर मृत्यु को प्राप्त होने की खबर फैलाई गई थी। अब उनके लैपटॉप, मोबाइल और आइपैड की भी जांच हो रही है।
 
पुलिस के मुताबिक, भास्कर समाचार पत्र के समूह संपादक 55 वर्षीय याग्निक गुरुवार रात करीब सवा 10 बजे ऑफिस परिसर में गिरे मिले। सिक्योरिटी गार्ड की सूचना पर कर्मचारी और परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया, पर देर रात डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पहले यह खबर आई कि उन्‍हें दिल का दौरा पड़ा है। पर अगले दिन शु्क्रवार को पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में मल्‍टीपल फ्रैक्‍चर की बात सामने आई।
 
शुक्रवार को डीआइजी हरिनारायणचारी मिश्र और एसपी अवधेश गोस्वामी सहित एफएसएल अधिकारी घटनास्थल पहुंचे। एफएसएल टीम छत (तीसरी मंजिल) पर पहुंची तो पैराफिट वॉल पर लगे एसी के कंप्रेशर पर जूते के निशान मिले। डीआइजी के मुताबिक, याग्निक एसी के कंप्रेशर पर पैर रखकर कूदे। पुलिस ने उनका जूता और एसी पर जमी मिट्टी की परत जब्त कर ली है। इसकी फॉरेंसिक लैब से जांच कराई जा रही है। डीआइजी के मुताबिक, अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। परिजनों के बयान भी अभी लेने हैं। तिलकनगर मुक्तिधाम में कल उनका अंतिम संस्‍कार कर दिया गया।

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