अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में फिर अलग-थलग पड़ रहे पाकिस्तान की मदद के लिए चीन आगे आ गया
पेइचिंग: आतंकवादियों को फंडिंग के मामले में पाकिस्तान को जोरदार झटका लगा है। आतंकी फंडिंग को लेकर वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाल दिया है। यह फैसला पेरिस में चल रही एफएटीएफ की बैठक में लिया गया।
पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने के एफएटीएफ के फैसले का भारत और अमरीका ने स्वागत किया है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में फिर अलग-थलग पड़ रहे पाकिस्तान की मदद के लिए चीन आगे आ गया है। भारत के प्रतिद्वंद्वी इस पड़ोसी देश ने FATF के फैसले से हटकर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहिए।
चीन ने कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी कोशिश की हैं और उसे बलिदान भी देना पड़ा है। चीन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की पाकिस्तान के इन प्रयासों को पूर्ण मान्यता दिए जाने की जरूरत है। बुधवार को 37 सदस्यों के एफएटीएफ ने बुधवार को पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया। इस लिस्ट में शामिल होने वाला पाकिस्तान 9वां देश है। एफएटीएफ ने लगाया कि टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोकने में विफल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दुनिया की वित्तीय व्यवस्था को खतरे में डाल रही है।
इस मुद्दे पर घिरे पाकिस्तान के लिए चीन एक बार फिर मददगार की भूमिका में दिख रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए पाक ने न केवल चीन बल्कि दुनिया के कई देशों का भरोसा जीता है। पेइचिंग ने एक बार फिर कहा है कि आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए पाकिस्तान सभी जरूरी कदमों का सक्रियता से उठाता रहा है।