दो दिनों से कश्मीर में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बालटाल मार्ग पर जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से शुक्रवार को इस मार्ग से अमरनाथ यात्रा निलंबित रही। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भी बारिश से यातायात ठप्प रहा।
जम्मू: पूरे देश में मानसून ने 16 दिन पहले ही दस्तक दे दी है। अमूमन मानसून पूरे देश में 15 जुलाई तक आता है, लेकिन इस साल ये शुक्रवार को ही पहुंच गया। भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा भी स्थगित कर दी गई है। वहीं, अगले दो दिन तक देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है।
भारी बारिश की वजह से अमरनाथ यात्रा यात्रा रोक दी गई है। बेहद खराब मौसम में बाबा बर्फानी के दर्शन को पहुंचे पांच हजार से अधिक श्रद्धालु बालटाल तथा पहलगाम आधार शिविर में फंसे हुए हैं। इन सबको मौसम खुलने का इंतजार है। प्रशासन का मानना है कि यदि लगातार मौसम खराब रहा तो फिर बेस कैंप में और यात्रियों को रखने में दिक्कतें आएंगी।
बुधवार को देर शाम से ही मौसम खराब हो गया था। भारी बारिश के चलते यात्रा मार्ग पर कीचड़ और फिसलन पैदा हो गई। ऐसे में प्रशासन ने यात्रियों को आगे जाने की इजाजत न देने का फैसला किया।
पहलगाम रूट से यात्रा सुचारु नहीं हो पाई। कुछ यात्री ही दर्शन को गए। देर शाम तक एक हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। ज्ञात हो कि जम्मू आधार शिविर से पहले दो दिन लगभग साढ़े हजार भक्त दर्शन के लिए रवाना हुए हैं।
कुछ लोग स्वयं अपने ही साधन से बालटाल तथा पहलगाम बेस कैंप पहुंचे। ऐसे में पांच हजार से अधिक यात्री फंसे पड़े हैं। प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं कि आखिर मौसम अधिक दिन तक बिगड़ा रहा तो यात्रियों को मुकम्मल सुविधाएं उपलब्ध कराने में दिक्कतें आ सकती हैं।
शिवलिंग के दर्शन के लिए 60 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के लिए अभी तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। इस यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा। रक्षाबंधन ’ का त्योहार भी इसी दिन पड़ रहा है।