मधुमेह के शिकार वाजपेयी का एक ही गुर्दा काम कर रहा है. उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ था जिससे उनकी संज्ञानात्मक क्षमता कमजोर हो गयी थी. बाद में वह स्मृति विलोप के शिकार हो गये
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को बताया कि वाजपेयी को 11 जून को यहां लाया गया था। श्री वाजपेयी को छाती में जकड़न, पेशाब में संक्रमण और कम पेशाब आ रहा था।
वाजपेयी (93) की तबीयत निरंतर सुधर रही है और उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से शीघ्र ही छुट्टी मिल सकती है। दिग्गज नेता फिलहाल एम्स के कार्डियो-थोरासिक सेंटर के आईसीयू में हैं और पिछले दस दिनों से उनके स्वास्थ्य में सुधार नजर आ रहा है।
वाजपेयी को गुर्दा संक्रमण, छाती में जकड़न और मूत्र संबंधी परेशानी के बाद 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी स्थिति का तत्काल मूल्यांकन किया और उन्हें जरुरी एंटीबायोटिक दवाइयां दी गयीं. मधुमेह के शिकार वाजपेयी का एक ही गुर्दा काम कर रहा है। उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ था जिससे उनकी संज्ञानात्मक क्षमता कमजोर हो गयी थी. बाद में वह स्मृति विलोप के शिकार हो गये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और कई राज्यों के मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री वाजपेयी की तबीयत के बारे में जानने के लिए पिछले 11 दिनों में एम्स जा चुके हैं।