चीन का अमेरिका को जवाब, अमेरिकी उत्पादों पर बढ़ाया 25 % शुल्क
ट्रंप ने 50 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर शुल्क को मंजूरी दी थी
Written by Roy Tapan Bharati, Editor, khabar-india.com
नई दिल्ली: चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 50 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर इंपोर्ट टैरिफ को मंजूरी दी। इसके कुछ ही देर बाद चीन ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए 106 अमेरिकी उत्पादों के आयात पर लगने वाले शुल्क में 25 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी। मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने करीब 1,300 चीनी उत्पादों की सूची जारी की थी जिस पर शुल्क बढ़ाने का कयास जताया गया था।
चीन ने अमेरिका की कार्रवाई के जबाव में यह सख्त कदम उठाया है। चीन अब 50 अरब डालर मूल्य के 106 अमेरिकी उत्पादों के आयात पर 25 फीसदी शुल्क बढ़ाने जा रहा है। इन उत्पादों में विमान और कारें भी शामिल हैं। अमेरिका और चीन के बीच एक दूसरे के खिलाफ शुल्क लगाने को दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ट्रेड वार के तौर पर देखा जा रहा है। ट्रंप के पहले ही इस्पात और एल्यूमिनियम पर शुल्क लगाए जाने को लेकर कनाडा, मेक्सिको, रुस और यूरोपीय संघ के साथ संबंधों में खटास आ गई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 50 अरब डॉलर मूल्य (3.35 लाख करोड़ रुपए) के चीनी सामान के आयात पर शुल्क लगाने के लिए प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इस संबंध में आधिकारिक घोषणा शुक्रवार को हो सकती है। ट्रंप ने गुरुवार को शीर्ष आर्थिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इसे मंजूरी दी थी। बैठक में वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन, वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर भी थे।
इस कदम पर प्रतिक्रियास्वरूप चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा यदि ये शुल्क थोपे गए तो चीन, अमेरिकी सामान की खरीदारी बढ़ाने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट जाएगा। इस लिस्ट में 800 प्रोडक्ट हैं। पहले इस लिस्ट में 1,300 प्रोडक्ट थे। चीन और अमेरिका की इस तनातनी को कई जानकार व्यापार युद्ध के तौर पर देख रहे हैं। इसका असर भारत समेत पूरी दुनिया पर होगा। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी IMF ने चेतावनी दी है कि ट्रम्प के नए टैरिफ से ग्लोबल ट्रेडिंग सिस्टम को धक्का पहुंचेगा। इसका असर अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। (ईमेल: roytapan59@gmail.com)