अमेरिका के स्कूलों में वार्षिक परीक्षा का आयोजन नहीं होता है बल्कि हर तीन महीने पर असेसमेंट टेस्ट होता है। इसी आधार पर विद्यार्थियों को अगले वर्ग के लिए प्रोन्नत कर दिया जाता है।
रामसुंदर द्सौंधी/शैंपेन शहर, इलोनाइस राज्य, USA
अमेरिका में सरकारी स्कूल, जिसे पब्लिक स्कूल कहते हैं, में ही 90% बच्चे पढ़ते हैं। अधिकतर स्कूलों के सभी वर्गों में शिक्षा अंग्रेजी भाषा में दी जाती है। स्टैंडर्ड 5 तक Elementary school, स्टैंडर्ड 6,7 और 8 तक Middle school एवं वर्ग 9, 10, 11 एवं 12 तक High School है। इन स्कूलों में (Standard 1 to 12 तक) शिक्षण शुल्क, ट्रांसपोर्ट शुल्क या विकास अंशदान नामक कोई शुल्क नहीं लगता है। केवल पुस्तकों के लिए हर वर्ष 80डालर (करीब 5,400/- रूपये) स्कूल में जमा करना पड़ता है। हरेक माता-पिता को स्कूल की और से निर्धारित तिथि को 5वर्ष की उम्र पूरा करने पर अपने निवास के क्षेत्र के समीप के स्कूल में ले जाकर नामांकन कराना पड़ता है। 5वर्ष से कम किन्तु 3 वर्ष से अधिक के बच्चों को, यदि उनके माता-पिता यदि चाहें तो, अपने बच्चों को निजी क्षेत्र में स्थापित प्ले स्कूलों में नामांकन करा सकते हैं।
अमेेरिका मेें Private Schools भी हैं परन्तु ये बहुत खर्चीले हैं। प्रति विद्यार्थी प्रति माह 1000 डालर (करीब 67,000/-रूपये) से 1,600 डालर (करीब 1,08,000/-रूपये) का शुल्क भुगतान करना पड़ता है। ऐसे स्कूलों में उच्च आय वर्ग के परिवार के कुछ बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।
Elementary School को छोड़कर सभी वर्गों के बच्चों के सभी पुस्तकें स्कूल में ही संबंधित विद्यार्थियों के लाकर (Small Almirah) में रकी जाती है। Elementary School में डेस्क के अन्दर रखा जाता है। विद्यार्थी घर पर के्वल home work से संबंधित शीट ही लेकर आते हैं। हर वर्ग में 20 से 25 बच्चे ही रहते हैं। सभी क्लास रूम स्मार्ट क्लास रूम होता है। क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड तथा ह्वाइट बोर्ड लगा होता है। सभी बच्चों के लिए कुर्सी और डेस्क लगा होता है। सभी बच्चों को कम्प्यूटर/लैपटॉप दिया हुआ रहता है जिसे घर ले जाने की अनुमति नहीं होती है। Elementary School में संगीत, आर्ट,लाइब्रेरी एवं शारीरिक शिक्षा के अलग-अलग शिक्षक होते हैं परन्तु शेष विषय के लिए एक ही शिक्षक होते हैं जिन्हें क्लास टीचर कहते हैं। परंतु middle school /high school में बच्चे विषयवार क्लास रूम बदलते हैं। क्लास रूम बदलने के लिए 2मिनट का समय दिया जाता है।
जिन बच्चों का ग्यान औसत विद्यार्थियों से बेहतर पाया जाता है उन्हें अगली कक्षा के स्तर का शिक्षण दिया जाता है। इसके लिए किसी जिले में उसी स्कूल में अलग सेक्शन होता है और किसी जिले में अलग स्कूल ही होता है। इसे Gifted Class कहा जाता है।सभी स्कूलों के सभी वर्गों के लिए हर वर्ष 3 महीने की गर्मी की छुट्टी और 15 दिनों की जाड़े की छुट्टी हुआ करता हैं।
वार्षिक परीक्षा का आयोजन नहीं होता है बल्कि हर तीन महीने पर असेसमेंट टेस्ट होता है।इसी के आधार पर विद्यार्थियों को अगले वर्ग के लिए प्रोन्नत कर दिया जाता है।Elementary Common Core State Standards based Report Card(वार्षिक रिपोर्ट) में Academic Development Score को निम्नांकित संकेतों में अंकित किया जाता है:
S. Secure–Consistantly and independently meets the standards
D. Developing—-Progressing towards meeting the standards.
B. Beginning—Making limited progress towards meeting the standards.
रिपोर्ट के अंत में NEXT SCHOOL YEAR PROMOTION/RETENTION से संबंधित टिप्पणी अंकित किया जाता है। परन्तु निजी क्षेत्र के स्कूलों में मिडिल और हाई स्कूल में टेस्ट होता है। स्कूलों में दो तरह के टेस्ट हुआ करते हैं- पहला, PARCC Test,जिससे पता चलता है कि राष्ट्रीय स्तर पर बच्चे किस रेंज में हैं। यह टेस्ट वर्ग 3या उससे उपर के वर्गों के लिए होता है। दूसरा टेस्ट है…MAP test, जिससे पता चलता है कि जिला/राज्य में बच्चे किस लेवल में हैं। इससे यह भी पता चलता है कि शिक्षक कितने अच्छे से पढ़ा रहे हैं।
High Schools में भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनायी जाती है।
वर्ग 5/8/12 का रिपोर्ट कार्ड देते समय स्कूल में Graduation ceremony आयोजित किया जाता है, जिसमें बच्चोँ को एक समारोह में उनके माता-पिता की उपस्थिति में रिपोर्ट कार्ड सौंपा जाता है। इसी समारोह में बच्चे अपने प्रोजेक्ट रिपोर्ट का Presentation भी देते हैं।
18 वर्ष की उम्र में प्रायः हर बच्चे 12वीं कक्षा उत्तीर्ण हो जाते हैं। इसके बाद या तो बच्चे यूनिवर्सिटी में शिक्षा ग्रहण के लिए जाते हैं या धनार्जन के लिए करीब 2000 डालर (करीब 1,25,000/-रूपये) अर्जित कर अपने माता-पिता से अलग रहते हैं। इस प्रकार अमेरिका में बच्चे उत्कृष्ट ढंग से शिक्षा ग्रहण करते हैं। (अगली किश्त का इंतजार करेेें)
Comments on Facebook group:
Deorath Kumar : बहुत विस्तार से आपने वहाँ की शिक्षा प्रणाली से अवगत कराया हमें, बहुत कुछ लागू करने जैसा है अपने देश में
Dharmendra Sharma जानकर अच्छा लगा कि अमेरिका जैसा देश, जहां लगभग सारे बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, एक उदाहरण पेश करता है | सरकारी तंत्र इतना मज़बूत कि उनके लोगों में देश को लेकर कैसा जज़्बा होगा, सहज ज्ञातव्य है ! इसके ऊपर से आपका वर्णन सराहनीय है !! बारहवीं के बाद बच्चे या तो युनिवर्सिटी में जाते हैं या फिर धनार्जन (स्रोत २००० ?) अर्जित कर … इस दोनों विषयों पर ज़रा प्रकाश डालिए सर !
Abhishek Kumar शिक्षण प्रणाली लाजवाब है और आपका विश्लेषण भी लाजबाव है।
Rajesh Kumar Bhatta काश ऐसी व्यवस्था स्वदेश में भी हो पाती।
Tuhin KumarTuhin: भारत मे मैकाले की असामयिक शिक्षा प्रणाली को अविलंब परिवर्तित करने कीं आवश्यकता है।योग्य शिक्षक शिक्षा मंत्री विद्यालय निरीक्षक शिक्षा अधिकारी आदि का अभ।व हैं यहा।आज भी सरकारी स्कूलों के शिक्षक समय के पहले भाग जाते है। शिक्षकों की भी कमी है।
Rajiv Ranjan Sharma: आपने अपना अमेरिका यात्रा वर्णन से ऐसा लग रहा हैं जैसे हम भी वही घूम रहे है। वाकई बहुत सुंदर और बारीकी के साथ वर्णन कर रहे है। अति सुंदर।
Ajay Rai: आपने कई अहम जानकारियां दी है अपने प्रवास के दौरान, आज दी गयी शिक्षण संबंधित जानकारी कई मायनों में काफी अहम है जिसकी तुलना हम अपने देश के साथ करने का प्रयास की चर्चा तो कर सकते है ,पर निर्णय लेने को लेकर हमारी ब्यवस्था ऐसी बनि हुई है कि कोई साहशिक कदम उठाने वाला सरकार कब भारत मे आएगी कब हरित क्रांति आएगा इसका इंतजार रहेगा। आपने इतनी अच्छी जानकारी दी है इसके लिए आपजी दिल से धन्यवाद।
Arvind Kumar: सबके लिए शिक्षा का समान अवसर।बहुत अच्छा।इसे कहते है शिक्षा का अधिकार।बहुत सुंदर जानकारी।
Awadhesh Roy: बहुत सुंदर विश्लेषण , काश भारत में भी ऐसा हो पाता।
Brajesh Kumar Bhatt: एक सरकारी शिक्षक होने के नाते यह कहना जरुरी है कि हमारे देश में भी ऐसी व्यवस्था लागू हो तो क्या कहने।
Geeta Bhatt: बच्चो की शिक्षा के विकास की। आपने विस्तारीकरण की फूलता जानकारी दी है। सरकारी स्कूल मे 90 % बच्चे पढते है। सुपर्वव.
Vijay Dasondhi: अमरीका के वर्तमान स्थिति के लिए इस तरह का शिक्षा व्यवस्था का बहुत अधिक योगदान है।
Amar Nath Sharma: शिक्षा संबंधी जानकारी बहुत सुंदर।
Sanjeev Ray: अद्भुत जानकारी, साधुवाद
Birendra Tiwari: भैया, आपने अपने पोस्ट में अमेरिका की शिक्षा नीति का बहुत ही बेहतरीन तरीके से उल्लेख किया है। ऐसी शिक्षा नीति छात्रों के विकास के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होती है। अगर संभव हो तो अपने अगले पोस्ट में यह बताने का प्रयास किजिएगा कि वहाँ Drop out and Detention Rate क्या है तथा वहाँ की तकनिकी शिक्षा प्रणाली कैसी है?