कल तक आकाशवाणी घाटों में चलने वाला विभाग था लेकिन अब खबर आ रही है की केवल पीएम मोदी के कार्यक्रम “मन की बात” ही पिछले तीन साल में 10 करोड़ से ज्यादा का लाभ कमा चुका है।
संवाददाता/नई दिल्ली
रोता हुआ आकशवाणी अब हँसता हुआ दिख रहा है। घाटे में चलने वाला आकाशवाणी अब लाभ कमाता दिख रहा है।पीएम मोदी का कार्यक्रम ‘मन की बात’ करोड़ों के लाभ में पहुंच गया है।
आकाशवाणी यानी ऑल इण्डिया रेडियो। किसी जमाने में देसी लोग आकाशवाणी के कार्यक्रमों पर जान लुटाते थे। आकाशवाणी के अलग-अलग केंद्रों से फरमाइशी गानों पर लोग जान लुटाते थे और शाम होते ही ख़बरों की दुनिया से सुदूर गाँव के लोग भी लैश हो जाते थे। आकाशवाणी ने देसी लोगों को बहुत कुछ दिया है। बहुत सारे कलाकारों को तो राष्ट्रीय फलक पर लाया ही कई कार्यक्रमों से टूटे घर परिवार भी जुड़े।
भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने में आकाशवाणी की भूमिका अग्रणी रही है। इसके साथ ही हिंदी के प्रचार प्रसार को दुनिया तक ले जाने मे भी आकाशवाणी के योगदान को सराहा है। लेकिन 90 के बाद जब निजी टीवी चैनलों की बाढ़ आनी शुरू हो गयी तो आकाशवाणी और उसके कार्यक्रम मरते चले गए। आकाशवाणी की जगह लोग टीवी चैनलों पर आवाज के साथ चलते फिरते चित्रों के जरिए तमाम तरह के कार्यक्रम देखने लगे। फिर आकाशवाणी को कौन पूछे। माना जाने लगा कि सरकार का यह विभाग भी अब बंद ही होने वाला है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं प्रधानमन्त्री मोदी के सत्तारूढ़ होते ही आकाशवाणी की दशा बदल गयी। उनका कार्यक्रम ‘मन की बात’ देश-समाज सुनने लगा। आज यह कार्यक्रम ना सिर्फ सबसे ज्यादा सुनने जाने वाला कार्यक्रम हो गया है।
कल तक आकाशवाणी घाटों में चलने वाला विभाग था लेकिन अब खबर आ रही है की केवल पीएम मोदी के कार्यक्रम मन की बात ही पिछले तीन साल में 10 करोड़ से ज्यादा का लाभ कमा चुका है। सरकार का दावा है कि यह कार्यक्रम देश के 99 फीसदी लोगों तक पहुंचता है। यही वजह है कि इस कार्यक्रम में आने वाले एड की कीमतें काफी ज्यादा होती है। देश भर में लोगों के बीच पहुंच होने की वजह से इस कार्यक्रम में देश की बड़ी कंपनियां अपना प्रचार कराना चाहती हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मन की बात के कार्यक्रम के जरिए देशभर की जनता से अलग-अलग मुद्दों पर बात करते है, इस दौरान वह तमाम श्रोताओं के पत्र को पढ़ते हैं, कई श्रोताओं की समस्या और उनके सुझाव को भी ऑडियो के जरिए सुनते हैं। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के चलते ना सिर्फ लोगों को बल्कि आकाशवाणी को भी काफी लाभ हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के लिए जाने जाते हैं, इसके लिए वह तमाम कार्यक्रमों, सोशल मीडिया और रेडियो जैसे माध्यमों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इन सब तमाम माध्यमों में रेडियो पीएम मोदी के लिए जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का सबसे बड़ा जरिया बना। पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को जनता से मन की बात कार्यक्रम के जरिए बात करते हैं। मन की बात अब आकाशवाणी का ब्रांडेड कार्यक्रम हो गया है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मन की बात के कार्यक्रम के जरिए देशभर की जनता से अलग-अलग मुद्दों पर बात करते है, इस दौरान वह तमाम श्रोताओं के पत्र को पढ़ते हैं, कई श्रोताओं की समस्या और उनके सुझाव को भी ऑडियो के जरिए सुनते हैं। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के चलते ना सिर्फ लोगों को बल्कि आकाशवाणी को भी काफी लाभ हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के लिए जाने जाते हैं, इसके लिए वह तमाम कार्यक्रमों, सोशल मीडिया और रेडियो जैसे माध्यमों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इन सब तमाम माध्यमों में रेडियो पीएम मोदी के लिए जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का सबसे बड़ा जरिया बना। पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को जनता से मन की बात कार्यक्रम के जरिए बात करते हैं। मन की बात अब आकाशवाणी का ब्रांडेड कार्यक्रम हो गया है।