चुनाव-चिह्न के दलाल को रहना होगा जेल में अभी

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एआईएडीएमके का चुनाव चिन्ह दिलवाने के लिए 50 करोड़ के डील का आरोप

सत्तारूढ़ पार्टी को पहले वाले चुनाव चिन्ह को लेकर मोह बढ़ गया है। माना जा रहा है कि चुनाव चिन्ह दिलाने के लिए कई दलाल सक्रिय हुए जिसमे दलाल सुकेश चद्रशेखर गिरफ्तार हो गए। दलाल को उम्मीद थी कि उसे जमानत मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

संवाददाता/नई दिल्ली

तमिलनाडू की सत्तारूढ़ एआईएडीएमके पार्टी इन दिनों पार्टी चुनाव चिन्ह को लेकर जूझ रही है। पार्टी दो धरे में बंट जाने की वजह से दोनों धरे को अलग-अलग चुनाव चिन्ह मुहैया कराये गए थे। लेकिन अब फिर सत्तारूढ़ पार्टी को पहले वाले चुनाव चिन्ह को लेकर मोह बढ़ गया है। माना जा रहा है कि चुनाव चिन्ह दिलाने के लिए कई दलाल भी सक्रिय हुए जिसमे दलाल सुकेश चद्रशेखर गिरफ्तार हो गए। इस दलाल को उम्मीद थी कि उसे जमानत मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तीस हजारी कोर्ट ने कल जमानत अर्जी दूसरी बार खारिज कर दी है। जबकि शशिकला के भतीजे दिनाकरन को इसी कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
उल्लेखनीय है कि सुकेश चंद्रशेखर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बहुत ही गंभीर मामले में गिरफ्तार किया है। उस पर एआईएडीएमके पार्टी का चुनाव चिन्ह फिर से दिलवाने के लिए 50 करोड़ रुपये शशिकला के भतीजे दिनाकरन से डील करने का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने सुकेश के पास से एक करोड़ तीस लाख की रकम के साथ दो लग्जरी कारें भी बरामद की थी।
बता दें कि एआईएडीएमके के नेता टीटीवी दिनाकरन और दूसरे आरोपी मल्लिकार्जुन को कोर्ट ने जमानत इस आधार पर दी कि उनके खिलाफ कोई सीधा मामला दिल्ली पुलिस कोर्ट मे सबूतों के साथ पेश नही कर पाई।  कोर्ट ने सुकेश के दिनाकरन से मिलने को लेकर दिए गए बयान पर भरोसा नही किया। साथ ही पुलिस यह भी पता नहीं लगा पाई कि रिश्वत दी गई तो चुनाव आयोग के किन अधिकारियों को दी गई। दो महीने से सुकेश चंद्रशेखर तिहाड़ जेल मे बंद है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि सुकेश की चुनाव आयोग में किसी अधिकारी के साथ बातचीत तो नहीं थी। वैसे सुकेश चंद्रशेखर के नाम कई मामले दर्ज हैं जिनमे चेन्नई के केनरा बैंक से 19 करोड़ घोटाला प्रमुख है।

 चुनाव चिन्ह दिलाने के नाम पर इस तरह की दलाली के मामले पहली बार सामने आये हैं। देखना होगा कि आखिर दलाल ने किस बुते इतनी बड़ी रकम पर सौदेवाजी कर रहा था।

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