पाकिस्तान टीम आखिरकार शनिवार रात कोलकाता पहुंच गई। कप्तान शाहिद आफरीदी के एयरपोर्ट से बाहर आते ही फैन्स ने उनका नाम पुकारा। भारत-पाक के बीच यहां 19 मार्च को ईडन गार्डन में मैच होगा। पाक टीम को गुरुवार को ही भारत आना था। लेकिन नवाज शरीफ सरकार अपनी टीम के लिए सिक्युरिटी की गारंटी चाहती थी। इस वजह से टीम का आना टल रहा था।पाक टीम को कड़ी सिक्युरिटी के बीच टीम को ताज होटल ले जाया गया।
भारत रवाना होने से पहले पीसीबी चीफ शहरयार खान ने टीम प्लेयर्स के साथ मीटिंग की। इसमें फॉरेन मिनिस्ट्री के अफसर भी मौजूद थे। प्लेयर्स और टीम मैनेजमेंट को खास नसीहत दी गई है। उनसे कहा गया है कि वे मीडिया और अनजान लोगों से बिल्कुल न मिलें।यह भी कहा गया है कि अगर उन्हें किसी से मिलना भी हो तो मैनेजमेंट की इजाजत लें और तोहफे कबूल न करें।पाक टीम जिस होटल में ठहरी है, वहां किसी भी बाहरी शख्स की एंट्री नहीं रहेगी।
धर्मशाला के बाद अब कोलकाता मैच पर खतरा मंडराने लगा है। एंटी टेररिस्ट फ्रंट ऑफ इंडिया ने ममता बनर्जी को धमकी दी है कि अगर पाकिस्तान टीम यहां मैच खेलेगी तो वे पिच खोद देंगे।संगठन के नेशनल प्रेसिडेंट वीरेंद्र शांडिल्य ने एक प्रेस रिलीज में कहा है कि पाकिस्तान को होस्ट करना देश के शहीदों का अपमान है।उन्होंने कहा कि कोलकाता में पाकिस्तान को नहीं खेलने दिया जाएगा।बता दें कि वेस्ट बंगाल की सीएम और केंद्र सरकार ने पाकिस्तान टीम को पूरी सिक्युरिटी का भरोसा दिलाया है।
पहले पाकिस्तान और भारत के बीच मैच हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में खेला जाना था।वहां पूर्व सैनिकों और कुछ दूसरे संगठनों के जबरदस्त विरोध की वजह से इसे कोलकाता शिफ्ट किया गया। धर्मशाला मेंं भी पिच खोदने की धमकी दी गई थी।शेड्यूल के तहत पाक टीम को गुरुवार को पहुंचना था। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, टीम के इंडिया जाने पर अंतिम फैसला शरीफ ने लिया।इससे पहले शुक्रवार दोपहर में नई दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने होम मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी से मुलाकात की।
इसमें भारत की ओर से पाकिस्तान को पूरी सिक्युरिटी की गारंटी दी गई।बता दें कि भारत-पाक मैच का वेन्यू धर्मशाला से शिफ्ट करने पर पाक अड़ा हुआ था।वेन्यू कोलकाता शिफ्ट होने के बाद भी पाक सरकार भारत से सुरक्षा की पब्लिकली और लिखित गारंटी चाहती थी।पाकिस्तानी डिप्लोमैटिक सूत्रों के मुताबिक, पाक टीम के आने को लेकर जारी सस्पेंस को अक्टूबर 2015 की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है। तब मुंबई में पाक बोर्ड प्रेसिडेंट शहरयार खान का शिवसेना ने विरोध किया था।
इस घटना के बाद पाकिस्तान ने टी20 वर्ल्ड कप के दौरान अपनी शर्तें मनवाने का मन पहले ही बना लिया गया था।शिवसेना ने बीसीसीआई दफ्तर में घुसकर उनका विरोध किया था। इसे पाकिस्तान में कुछ लोगों और मीडिया ने देश की बेइज्जती बताया था।पाकिस्तान के होम मिनिस्टर चौधरी निसार अली खाने ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा जब तक भारत सरकार हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा की लिखित गारंटी नहीं देती है, तब तक हम अपनी टीम को भारत जाने की इजाजत नहीं देंगे।
भारत में जब से हमारी क्रिकेट टीम के विरोध का एलान हुआ तब से धमकी, बदजुबानी और कई तरह की बातें हो रही हैं।हम चाहते हैं कि टीम भारत जाए और वहां जाकर टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेले। लेकिन हमारी जिम्मेदारी है कि खिलाड़ियों पर किसी किस्म का दबाव न हो।कोलकाता में मैच कराने के आईसीसी के एलान पर उन्होंने कहा- “मैंने उनसे कहा है कि कोलकाता अच्छा वेन्यू है। हम इसका स्वागत करते हैं।लेकिन भारत सरकार को अपनी तरफ से आश्वासन देना होगा, क्योंकि वहां सुरक्षा काे लेकर खतरा हमारी टीम को है।