ईरान ने लगातार दूसरे दिन दो और मिसाइल टेस्ट किए। इसने 1,400 किमी दूर मौजूद टारगेट हिट किए। इन मिसाइलों पर ‘इजरायल का खात्मा जरूरी’ लिखा था। ईरान का कहना है कि उसने अपनी सैन्य ताकत दिखाने के लिए यह टेस्ट किया है और वह किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है।
बुधवार को स्टेट न्यूज एजेंसी ने नॉर्दर्न रीजन में दो ‘कद्र-एच’ मिसाइल टेस्ट किए जाने की जानकारी दी।ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रगेडियर जनरल जनरल अमीर अली हाजीजादेह ने कहा है कि मिसाइल इजरायल तक वार कर सकती हैं। इनकी रेंज 2,000 किमी तक है।उन्होंने बताया, ‘दुश्मन हमारी मिसाइल क्षमता को कमजोर करने के लिए हम पर नए बैन लगाने की फिराक में हैं। लेकिन रिवॉल्यूशनरी गार्ड के ईरानी बच्चों को वे किसी भी तरह झुका नहीं सकेंगे।
इससे पहले ईरान ने मंगलवार को मिलिट्री ड्रिल के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थीं।यूनाइटेड नेशन्स ने कहा है कि न्यूक्लियर डील के बाद यह टेस्ट यूएन के रिजॉल्यूशन नंबर 1929 का वॉयलेशन है।इस रिजॉल्यूशन में ईरान पर न्यूक्लियर केपेबल किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल के टेस्ट पर बैन लगाया गया है।बता दें कि यूएस ने जनवरी में ईरान के मिसाइल प्रोग्राम को लेकर नए बैन लगाए थे।
उसके कुछ ही समय बाद ही ईरान के नए न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर अलग से बैन लगाए गए थे।नए बैन में ईरान से अपील की गई थी कि वह किसी भी तरह की न्यूक कैपेबल मिसाइल का टेस्ट न करे।ईरान शुरू से ही अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम की अलग-अलग जानकारी दे रहा है।अब ईरान के खिलाफ वेस्टर्न कंट्रीज नए सिरे से सोचेंगी और कड़े बैन लगाने पर विचार करेंगी।