एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 9 विकेट से हराकर टीम इंडिया ने लगातार चौथी जीत दर्ज की जीत का चौका लगा दिया। 10.1 ओवर में भारत ने एक विकेट गंवाकर जीत के लिए 82 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। आउट होने वाले एकमात्र बल्लेबाज रोहित शर्मा रहे जिन्होंने 7 चौके और एक छक्के की मदद से 28 गेंद में 39 रन बनाए। युवराज सिंह 25 और शिखर धवन 16 रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी यूएई की टीम को भारत ने 81 रन पर ही रोक दिया। यूएई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन पहले ही फाइनल में जगह पक्की करने के बाद तीन बदलावों के साथ उतरे भारत ने उसका यह फैसला सही साबित नहीं होने दिया।
इससे पहले पिछले साल अक्तूबर में अपना आखिरी टी20 खेलने वाले भुवनेश्वर ने शुरू से ही बल्लेबाजों को दबाव में ला दिया। इस मैच में वापसी करने वाले आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी किफायती गेंदबाजी की और चार ओवर में 11 रन देकर एक विकेट लिया। जसप्रीत बुमराह (23 रन देकर एक विकेट), हार्दिक पांड्या (तीन ओवर में 11 रन देकर एक विकेट), युवराज सिंह (दो ओवर में दस रन देकर एक विकेट) और पवन नेगी (16 रन देकर एक विकेट) ने भी उनका अच्छा साथ दिया।
यूएई की तरफ से आधे से अधिक रन शैमन अनवर ने बनाये। उन्होंने आखिरी ओवर में रन आउट होने से पहले 48 गेंदों पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 43 रन की पारी खेली। अनवर ने चौथे ओवर में क्रीज पर कदम रखा और उन्होंने आखिर तक एक छोर संभाले रखा। भारत ने दूसरी बार किसी टीम को 100 से कम स्कोर पर रोका। दोनों टीमों के बीच किसी तरह का मुकाबला ही नहीं था। यूएई ने कुल 77 गेंद खाली छोड़ी। उसकी टीम ने संघर्ष का जज्बा ही नहीं दिखाया।
अनवर ने रोहन मुस्तफा (11) के साथ तीसरे विकेट के लिये 23 रन और मोहम्मद उस्मान (नौ) के साथ चौथे विकेट के लिये 26 रन जोड़कर कुछ उम्मीद जगायी लेकिन इसके बाद विकेटों का पतन शुरू हो गया। अपना पहला टी20 मैच खेल रहे बायें हाथ के स्पिनर नेगी ने उस्मान को हरभजन के हाथों कैच कराकर इसकी शुरूआत की। नेगी ने इसके बाद हरभजन की गेंद पर यूएई के कप्तान अमजद जावेद (शून्य) का कैच लपका। यूएई ने आखिरी छह विकेट 30 रन के अंदर गंवाये।
भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने एक तरह से बल्लेबाजी का अभ्यास किया। रोहित और धवन अपनी पिछली दो पारियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये थे और इसलिए उनके पास मैच अभ्यास का यह बहुत अच्छा मौका था। रोहित ने इसका फायदा उठाया। उन्होंने पहले दो ओवरों में परिस्थितियों का परखने के बाद यूएई के कप्तान अमजद जावेद की लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया और फिर मोहम्मद नावेद और कादिर अहमद पर भी दो-दो चौके जमाये।
युवराज जल्द से जल्द मैच समाप्त करने के मूड में थे। मोहम्मद शहजाद की गेंद लांग आफ पर छह रन के लिये लहराकर उन्होंने अपने इरादे जतला दिये थे। इसी गेंदबाज के अगले ओवर में उन्होंने विजयी चौका लगाया। युवराज ने 14 गेंद खेली तथा चार चौके और एक छक्का जमाया जबकि धवन की 20 गेंद की पारी में तीन चौके शामिल हैं। इससे पहले भारत ने दूसरी बार किसी टीम को 100 से कम स्कोर पर रोका। दोनों टीमों के बीच किसी तरह का मुकाबला ही नहीं था।
यूएई ने कुल 77 गेंद खाली छोड़ी। उसकी टीम ने संघर्ष का जज्बा ही नहीं दिखाया। भुवनेश्वर का पहला स्पैल काफी किफायती था। उन्होंने तीन ओवरों में 15 गेंद खाली डाली और इस बीच स्वप्निल पाटिल को अपनी ही गेंद पर कैच करके भारत को पहली सफलता भी दिलायी। बुमराह ने नये बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद को आउट करके स्कोर दो विकेट पर दो रन कर दिया।
अनवर ने रोहन मुस्तफा (11) के साथ तीसरे विकेट के लिये 23 रन और मोहम्मद उस्मान (नौ) के साथ चौथे विकेट के लिये 26 रन जोड़कर कुछ उम्मीद जगायी लेकिन इसके बाद विकेटों का पतन शुरू हो गया। बायें हाथ के स्पिनर नेगी ने उस्मान को हरभजन के हाथों कैच कराकर इसकी शुरूआत की। नेगी ने इसके बाद हरभजन की गेंद पर यूएई के कप्तान अमजद जावेद (शून्य) का कैच लपका।