भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच दोनों देशों के बीच युद्ध से कम नहीं माना जाता है क्योंकि दोनों देशों की जनता अपने-अपने टीमों को जीतते देखने के लिए ऐसे उत्साहित नजर आते हैं जैसे युद्ध के मैदान में भिड़त चल रही हो। आज एक बार फिर टी20 एशिया कप में दोनों टीमें आमने-सामने हो रही हैं। इस रोमांचक मुकाबले पर सबकी नजरें टिकी हुई है। मुकाबले में टीम इंडिया का पलड़ा पाकिस्तान पर ज्यादा भारी नजर आ रहा है। मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है। दोनों टीमों के फैंस भारी तादाद बांग्लादेश पहुंच गए हैं।
इस मैच में दोनों टीमों के बीच आईसीसी विश्व टी20 चैम्पियनशिप के पहले दौर में अगले महीने वाले मैच के रोमांच की झलक भी दिखेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मुकाबलों से विरासत जुड़ी है जबकि इन मुकाबलों पर दोनों पड़ोसी देशों की बीच की राजनीति का भी असर पड़ता है। तैयारी के लिहाज से देखें तो दोनों टीमों ने पिछले एक महीने में काफी टी20 क्रिकेट खेला है और उनकी तैयारी अच्छी है।
भारत ने विश्व टी20 की अच्छी तैयारी करते हुए इस साल 7 में से 6 मैच जीते हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान के खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग में हिस्सा लेने के बाद यहां आए हैं। पारंपरिक तौर पर भारत को वैश्विक टूर्नामेंटों में कभी पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन महाद्वीपीय टूर्नामेंटों में ऐसा नहीं है जहां शाहिद अफरीदी एंड कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। एशिया कप हालांकि पहली बार टी20 प्रारूप में खेला जा रहा है।
दोनों टीमों के बीच पिछला मुकाबला एक साल और 11 दिन पहले एडिलेड में 50 ओवर के विश्व कप के दौरान खेला गया था जिसमें भारत ने 76 रन से जीत दर्ज की थी। विश्व कप के बाद दोनों टीमों के बीच तटस्थ स्थान पर प्रस्तावित सीरीज नहीं हुई क्योंकि इसके लिए बीसीसीआई को भारत सरकार से स्वीकृति नहीं मिली। मैदान की बात करें तो धोनी की अगुआई में भारतीय टीम सही समय पर लय में आ रही है और सभी विभागों में खिलाड़ी एकजुट होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कागज पर टीम इंडिया हर विभाग में मजबूत नजर आती है लेकिन पाकिस्तान टीम का मजबूत पक्ष उसकी अनिश्चितता है।
टीम इंडिया के लिए एकमात्र चिंता कप्तान धोनी की पीठ की जकड़न है। धोनी दर्द के बावजूद बांग्लादेश के खिलाफ 45 रन की जीत के दौरान खेले थे। अगर धोनी नहीं खेलने का फैसला करते हैं जो पार्थिव पटेल कवर के तौर पर मौजूद रहेंगे। भारत के लिए अंतिम एकादश में प्रयोग की अधिक संभावना नहीं है। विराट कोहली के बाद छोटे प्रारूप में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा दूसरे बड़े मैच विजेता के रूप में उभरे हैं। शिखर धवन के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है लेकिन बल्ला चलने पर वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकते हैं।
पाकिस्तान के लिए पारी की शुरुआत मोहम्मद हफीज और शारजील खान कर सकते हैं। शारजील ने पीएसएल में अपनी फ्रेंचाइजी के लिए 299 रन बनाए थे। हालांकि शारजील और हफीज के बीच धवन और रोहित जैसा सामंजस्य नहीं दिखता। पाकिस्तान के खिलाफ कोहली ने भी शानदार प्रदर्शन किया है और कुछ बड़ी पारियां खेली हैं। बांग्लादेश के खिलाफ विफल रहने के बाद भारतीय उप कप्तान चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने को बेताब होगा।
तुलना करें तो भारतीय कप्तान धोनी किसी भी समय अपने पाकिस्तानी समकक्ष अपरीदी की तुलना में अधिक विश्वनीय हैं। मध्य क्रम में युवराज सिंह और सुरेश रैना पाकिस्तान के शोएब मलिक और खुर्रम मंजूर से बड़े मैच विजेता हैं। युवराज को हालांकि बड़ी पारी की दरकार है जो उनका आत्मविश्वास बढ़ाए। स्पिन विभाग में लेग स्पिनर यासिर शाह की गैरमौजूदगी पाकिस्तान की टीम के लिए बड़ी समस्या होगी। अफरीदी अपनी तेज लेग स्पिन के लिए जाने जाते हैं लेकिन अतीत में भारतीय बल्लेबाजों ने बिना किसी परेशानी के उनका अच्छी तरह से सामना किया है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के बल्लेबाजों को भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ परेशानी का सामना करना पड़ा है। रविंद्र जडेजा अपनी सटीक गेंदबाजी के लिए मशहूर हैं और यह भारतीय जोड़ी अफरीदी और लेग स्पिनर मोहम्मद नवाज की पाकिस्तान की स्पिन जोड़ी से बेहतर होगी। पाकिस्तान सिर्फ तेज गेंदबाजी विभाग में भारत को टक्कर देता नजर आता है। आमिर और वहाब रियाज तथा भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के बीच काफी अंतर नहीं है।
ये सभी गेंद को स्विंग करा सकते हैं और सभी के पास वैरिएशन हैं। वहाब और आमिर के पास हालांकि 37 साल के नेहरा की तुलना में अधिक गति है। मोहम्मद शमी ने पाकिस्तान टीम में वापसी की है लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ सिर्फ तेजी पर निर्भरता उन्हें शान टैट की तरह भारी पड़ सकती है। इसके अलावा पाकिस्तान के पास अनवर अली जबकि भारत के पास जसप्रीत बुमराह हैं।
टीमें इस प्रकार हैं:-
भारत:- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, सुरेश रैना, युवराज सिंह, हार्दिक पांड्या, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह, अजिंक्य रहाणे, पार्थिव पटेल, भुवनेश्वर कुमार और हरभजन सिंह।
पाकिस्तान:- शाहिद अफरीदी (कप्तान), मोहम्मद हफीज, शारजील खान, उमर अकमल, शोएब मलिक, खुर्रम मंजूर, मोहम्मद नवाज, सरफराज अहमद, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद हरफान, मोहम्मद समी, वहाब रियाज, अनार अली, इफ्तिखार अहमद और इमाद वसीम।