फोन हमारी जिंदगी का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन परेशानी तब बढ़ जाती है, जब इसके चलते रिलेशनशिप में मिसअंडरस्टैंडिंग के साथ लड़ाई-झगड़े होने लगें। जहां पुरुष आसानी से अपना फोन महिलाओं को दे देते हैं, वहीं महिलाएं ऐसा करने में आनाकानी करने के साथ ही तमाम तरह के बहाने भी बनाती हैं। आखिर क्या वजहें हो सकती हैं, इसके पीछे….जानेंगे।
मॉनिटरिंग : महिलाओं को लगने लगता है कि कोई उनपर नजर रखा है। भले ही उनके फोन में ऐसा-वैसा कुछ न हो लेकिन जब आप उनसे फोन का पासवर्ड पूछते हैं तो ये उनके ऊपर आपके शक को बयां करता है। महिलाएं रिलेशनशिप में स्पेस चाहती हैं और फोन की चेकिंग एक तरह से उनके उस स्पेस को छीनने जैसा होता है।
डर : ये सभी महिलाओं पर लागू नहीं होता लेकिन ज्यादातर महिलाएं अंदर से अलग और बाहर से अलग मिजाज की होती हैं। उन्हें उस पुरुष के हर एक स्टेप के बारे में पता होता है जो उनके साथ रिलेशनशिप में है। अपने इसी नेचर के चलते वो पुरुषों से ज्यादा घुलना-मिलना और किसी तरह की कोई शेयरिंग करना पसंद नहीं करतीं।
अजीबो-गरीब फोटोज : महिलाओं को अपने फोन के साथ इसलिए भी छेड़खानी पसंद नहीं क्योंकि उनमें उनकी कई तरह की फोटोज होती हैं जिन्हें वो दिखाने से बचती हैं। खासतौर से पुरुषों का उन फोटोज को देखकर उसपर कमेंट करना महिलाओं को नागवार गुजरता है।
गर्ल्स टॉक : महिलाएं आपस में कई सारी बातें शेयर करती हैं वो पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल तक हो सकती हैं और कभी-कभार शरारत भरी बातें भी। कपड़े, सैंडल्स, लिपस्टिक, काजल और यहां तक कि अंडर गारमेन्ट्स तक का डिस्कशन महिलाएं आपस में करती हैं। इसलिए महिलाओं को बिल्कुल भी नहीं पसंद होता कि पुरुष उनके फोन से किसी तरह की कोई छेड़खानी करे और उनके चैट्स पढ़े।
हैकिंग : महिलाओं के अंदर ये भी डर होता है कि एक बार पुरुषों के हाथ में फोन जाने का मतलब है वो उसे हैक कर लेंगे और उसके बाद उनकी हर एक बात, हर एक एक्टिविटी पर नजर रखेंगे। जिसे लेकर बहुत सारे सवाल-जवाब होंगे और बेवजह के लड़ाई-झगड़े। इन सबको देखते हुए वो ज्यादातर मिलने पर अपने फोन या तो स्विच ऑफ कर लेती हैं या साइलेंट मोड पर डाल देती हैं।
पर्सनल डिटेल्स : महिलाएं अपनी ज्यादातर डिटेल्स फोन में सेव करके रखती हैं जिसमें उनके बैंक से लेकर कई जरूरी चीजों के पासवर्ड रहते हैं। इसे वो किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहती जब तक आप उनके बहुत करीबी न हों।
शिकायतें : पुरुषों की अच्छी और बुरी आदतों को वो अपने किसी एक न एक फ्रेंड के साथ जरूर शेयर करती हैं जिसके बारे में वो चाहती हैं कि आपको भनक तक न लगे। इन बातों में आपके नजदीकी रिश्तों, खर्राटे, गैस, कब्ज जैसे कई टॉपिक्स का भी डिस्कशन हो सकता है।
बचने के लिए : पुरुषों का कोई बेकार सा फ्रेंड हो सकता है उनकी गर्लफ्रेंड या पत्नी का अच्छा फ्रेंड हो और उससे उनकी अच्छी बात होती हो। वो बिल्कुल नहीं चाहती कि इसे लेकर बेकार का कोई इश्यू बने इसलिए भी वो फोन में तमाम तरह के पासवर्ड लगाकर रखना पसंद करती हैं।