कराची हवाईअड्डे से 1986 में हाईजैक होने की सत्य घटना पर आधारित सोनम कपूर अभिनीत फिल्म ‘नीरजा’ को पाकिस्तान में प्रतिबंधित कर दिया गया है क्योंकि इसके कथित रूप से देश की खराब छवि प्रदर्शित की गयी है। एक अजीबो-गरीब मामले में फिल्म को सेंसर बोर्ड के समक्ष रखे जाने से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है। राम माधवानी के निर्देशन में बनी फिल्म मुंबई से न्यूयॉर्क जा रही पैन एम उड़ान में सवार चालक दल की सदस्य नीरजा भनोट के जीवन पर आधारित है। हाईजैक के दौरान यात्रियों की जान बचाने का प्रयास करने वाली नीरजा की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
कुछ अखबारों में आए विज्ञापनों के अनुसार यह फिल्म 19 फरवरी को पाकिस्तान के कई सिनेप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन सिनेमा में प्रदर्शित होने वाली थी। लेकिन बाद में सूचना मिली है कि वाणिज्य मंत्रालय ने पहले फिल्म आयात करने की अनुमति दी थी, परन्तु बाद में अपना फैसला बदल दिया। आईएमजीसी इंटरटेन्मेंट के एक अधिकारी ने बताया, ‘मंत्रालय ने फिल्म आयात करने और उसे पाकिस्तानी सीमाक्षेत्र में लाने के लिए अन्नापत्ति प्रमाण पत्र दिया था लेकिन बाद में एनओसी वापस ले लिया।’ सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष मबशेर हसन का कहना है कि फिल्म को आयात नहीं करने का फैसला सूचना एवं वाणिज्य मंत्रालय ने लिया है।
उन्होंने कहा, ‘फिल्म को हमारे पास सेंसरशिप के लिए कभी नहीं लाया गया।’ उन्होंने कहा कि वाणिज्य और सूचना मंत्रालय ने पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्यूलेशन ऑथोरिटी (प्रेमा) से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि देश में कहीं भी केबल नेटवर्क पर ‘‘नीरजा’’ का प्रसारण ना हो। वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान की खराब छवि पेश करने वाले आपत्तिजनक सामग्री के कारण फिल्म आयात का प्रमाणपत्र वापस ले लिया गया। आईएमजीसी के कार्यकारी निदेशक आबिद राशिद ने स्वीकार किया कि ‘नीरजा’ में कुछ पाकिस्तान-विरोधी तत्व हैं और वह मुसलमानों की नकारात्मक छवि पेश करता है।