आतंकी डेविड कोलमैन हेडली ने भी पाकिस्तान का कच्चा चिट्ठा खोल दिया. हेडली ने अमेरिकी जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई की अदालत में दी गवाही में पाकिस्तान का सच बता दिया. बावजूद इसके भारत सरकार ने कोई पुख्ता कार्रवाई करने के संकेत नहीं दिए. बल्कि सबूतों का एक और डोजियर सौंपने की तैयारी है.
पाकिस्तान ने एक बार फिर पठानकोट हमले के सबूत भी नकार दिए. पाकिस्तानी जांच टीम इससे साफ मुकर गई कि एयरबेस पर हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था. उसका कहना है कि जैश के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. जबकि हमले के हफ्ते भर बाद ही भारत ने पाकिस्तान को सबूत सौंप दिए थे कि हमले में जैश का ही हाथ है. तब भी उसने यह मानने से मना कर दिया था.
भारत सरकार पाकिस्तान को सिर्फ मुंबई हमलों को लेकर अब तक 15 डोजियर सौंप चुकी है. इनमें हमलों के हैंडलर से लेकर साजिशकर्ता जकी उर रहमान लखवी तक के खिलाफ सबूत सौंपे. लेकिन किसी डोजियर पर पाकिस्तान ने कार्रवाई नहीं की. लखवी और हाफिज अब भी भारत के खिलाफ जहर उगलते खुले घूम रहे हैं.
गवाही के छह घंटे बीत जाने के बाद भी भारत सरकार की ओर से सिर्फ गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू का बयान आया. उन्होंने कहा कि इस गवाही से उन आतंकियों के बीच फर्क किया जा सकेगा जो अब तक इस नाम पर बच जाते थे कि इन्हें पाकिस्तान का समर्थन हासिल नहीं है. अब स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर्स का अंतर साफ हो जाएगा. इससे हमारा केस मजबूत होगा और जांचकर्ताओं को मदद मिलेगी.