दिव्यांश के पिता रामहेत ने गंभीर सवाल खड़े किये हैं. उनका आरोप है कि मौत के बाद दिव्यांश के निजी अंगों में रूई लगी हुई थी, जो गंभीर अपराध की ओर इशारा करता है. साथ ही उन्होंने दिव्यांश की हत्या की आशंका जताई है. वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं लेकिन उनकी बात को नजरअंदाज किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने अपनी मजिस्ट्रेट जांच में पाया है कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल के अधिकारियों की जानबूझकर निष्क्रियता जो गंभीर आपराधिक लापरवाही के समान है, उसकी वजह से छह साल के दिव्यांश की मौत हुई.यह घटनाक्रम दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में स्थित स्कूल के प्राचार्य और चार अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद हुआ है. 30 जनवरी को पहली कक्षा का छात्र दिव्यांश परिसर के भीतर एक पानी के टैंक में मृत पाया गया था. इसको लेकर लोगों में काफी नाराजगी थी.
वसंत विहार की एसडीएम सोनल स्वरूप ने अपनी जांच रिपोर्ट में घटना से निपटने में स्कूल अधिकारियों की गंभीर चूक और गंभीर कदाचार से जुड़े कई मुद्दों को उजागर किया है. रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई है. इसमें स्कूल अधिकारियों की विशेष बच्चा बताकर बच्चे की छवि धूमिल करने के लिए स्कूल के अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर जानबूझकर चलाए गए गलत अभियान की आलोचना की गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘स्कूल ने बच्चे के अत्यधिक सक्रिय होने पर जोर दिया. इसके पीछे के असली कारणों को छिपाने के स्कूल प्रबंधन की छिपी हुई मंशा से इंकार नहीं किया जा सकता.’’रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘स्कूल के अधिकारी अपने कर्तव्य के निर्वहन में तब भी विफल रहे जब बच्चे को देखा गया. स्विमिंग कोच ने पानी के टैंक से बच्चे को बचाने से इंकार कर दिया. अन्य सभी कर्मचारी भी मूकदर्शक बने रहे. 11वीं कक्षा के छात्रा प्रज्ज्वल सहरावत अपनी जान को जोखिम में डालकर पानी के टैंक में घुसा.’’
वहीं रिपोर्ट आने के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि पैरेंट्स का ऑब्जर्वेशन है कि बच्चे के ऐनल पॉइंट्स पे कॉटन लगी हुई थी, जिसे जांच में छिपाया जा रहा है.सिसोदिया के इस बयान के बाद कयास लगाया जा रहा है कि बच्चे के साथ कुछ अप्राकृतिक किया गया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई.