शास्त्रों के अनुसार पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो शुभ फल जल्दी प्राप्त होते हैं। यहां जानिए 20 ऐसी बातें, जिनका ध्यान रखने पर लक्ष्मी कृपा से गरीबी दूर हो सकती है। इन उपायों से मिलती है लक्ष्मी कृपा । भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि, धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन से महालक्ष्मी व्रत शुरू होता है, जो 16 दिनों तक चलता है।
शास्त्र के अनुसार ये 16 दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही शुभ माने गए हैं। अगर इन 16 दिनों में कुछ विशेष उपाय किए जाएं या कुछ विशेष वस्तुओं को अपने घर में रखा जाए तो मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साधक पर अपनी कृपा बनाएं रखती हैं। अगर आप भी इस अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं तो ये उपाय करें-
1- महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी शाम को मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन करें और उसके बाद मां लक्ष्मी के चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडिय़ां रखें। आधी रात के बाद इन कौडिय़ों को घर के किसी कौने में गाड़ दें। इस प्रयोग से शीघ्र ही आर्थिक उन्नति हो सकती है।
2- पुराने चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका लक्ष्मी पूजन के समय केसर और हल्दी से पूजन करें। पूजा के बाद इन्हे तिजोरी में रख दें। इससे तिजोरी में धन बढ़ सकता है।
3- महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कार्यों से निपट कर किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं और मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। मां लक्ष्मी से धन संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। कुछ ही समय में आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
4- महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी भी दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं और साधक की मनोकामना पूरी कर सकती हैं।
5- घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें, साथ ही दिए में थोड़ी सी केसर भी डाल दें। इस उपाय से भी धन का आगमन हो सकता है।
6- महालक्ष्मी व्रत के दौरान किसी रात को शुद्धता के साथ स्नान कर पीली धोती धारण करें और एक आसन पर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ जाएं। अब अपने सामने सिद्ध लक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें, जो विष्णु मंत्र से सिद्ध हो और स्फटिक माला से नीचे लिखे मंत्र का 21 माला जाप करें। मंत्र जाप के बीच उठे नहीं, चाहे घुंघरुओं की आवाज सुनाई दे या साक्षात लक्ष्मी ही दिखाई दे।
मंत्र
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं ऐं ह्रीं श्रीं फट्
इस टोटके को विधि-विधान पूर्वक संपन्न करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं।
7- लघु नारियल- ये नारियल आम नारियल से थोड़ा छोटा होता है। तंत्र-मंत्र में इसका खास महत्व है। नारियल को श्रीफल भी कहते हैं यानी देवी लक्ष्मी का फल। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इसकी विधि-विधान से पूजा कर लाल कपड़े में बांधकर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहां किसी की नजर इस पर न पड़े। इस उपाय से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं।
8- श्रीयंत्र- यंत्र शास्त्र में श्रीयंत्र की विशेष महिमा बताई गई है। इसे यंत्रराज की उपाधि दी गई है। इस यंत्र को धन वृद्धि, धन प्राप्ति, कर्ज से सम्बन्धित धन पाने के लिए, लोन इत्यादि प्राप्त होने के लिए तथा लाटरी, सट्टा आदि द्वारा धन पाने के लिए उपयोग में लाया जाता है। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इसकी स्थापना घर के पूजन कक्ष में करनी चाहिए।
9- चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति- चांदी से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति को घर के पूजा स्थल पर रखना चाहिए। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इनकी स्थापना करने के बाद प्रतिदिन इनकी पूजा करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती और घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।
10- कमल गट्टा- कमल गट्टा कमल से निकलने वाला एक प्रकार का बीज है। चूंकि मां लक्ष्मी कमल पर ही विराजमान होती हैं, इसलिए इस बीज को बहुत ही चमत्कारी माना जाता है। इसे घर के पूजन स्थान पर रखना चाहिए। इससे भी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
11- मां लक्ष्मी की चरण पादुकाएं- मां लक्ष्मी की चांदी से निर्मित चरण पादुकाएं महालक्ष्मी व्रत के दौरान शुभ मुहूर्त देखकर धन स्थान पर इस प्रकार रखनी चाहिए कि इसकी दिशा धन स्थान की ओर जाती हुई रहे। इसका अर्थ है लक्ष्मी सदैव आपके धन स्थान में ही निवास करे।
12- पारद लक्ष्मी प्रतिमा- पारद से निर्मित देव प्रतिमाओं को बहुत ही विशेष माना गया है। घर में पारद से निर्मित लक्ष्मी प्रतिमा रखने से बहुत लाभ होता है। इस प्रतिमा की स्थापना घर के पूजन स्थान पर करनी चाहिए और प्रतिदिन इसकी पूजा करनी चाहिए।
13- कौड़ी- ये समुद्र से निकलती है। दिखने में यह बहुत साधारण होती है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत अधिक होता है। लक्ष्मीजी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं और कौडिय़ां भी समुद्र से निकलती हैं। इसलिए इसमें धन को अपनी ओर आकर्षित करने का प्राकृतिक गुण होता है। इसे धन स्थान पर रखना शुभ होता है।
14- मोती शंख- मोती शंख एक बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का शंख माना जाता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार यह शंख बहुत ही चमत्कारी होता है। यह दिखने में बहुत ही सुंदर होता है। इसे घर में रखने से धन-संपत्ति बढऩे लगती है और परिवार वालों के बीच सामंजस्य बना रहता है।
15- दक्षिणावर्ती शंख- तंत्र-मंत्र में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है। इसे घर के पूजा स्थान या तिजोरी मेंं रखने से माता लक्ष्मी स्वत: ही इसकी ओर आकर्षित होती है और रंक को भी राजा बना देती हैं। इसे पूजा स्थान पर रखने और रोज इसकी पूजा करने से साधक बहुत जल्दी धनवान बन जाता है। ये बहुत ही चमत्कारी उपाय है।
16- एकाक्षी नारियल- यह नारियल का एक प्रकार है, लेकिन इसका प्रयोग अधिकांश रूप से तंत्र प्रयोगों में किया जाता है। इसके ऊपर आंख के समान एक चिह्न होता है। इसलिए इसे एकाक्षी (एक आंख वाला) नारियल कहा जाता है। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इसे धन स्थान अथवा पूजन स्थान कहीं पर भी रख सकते हैं।
17- कुबेर प्रतिमा- भगवान कुबेर यक्ष व गंधर्वों के स्वामी हैं। यही समस्त संसार के धन की रक्षा करते हैं। महालक्ष्मी व्रत के दौरान इनकी प्रतिमा घर की उत्तर दिशा में रखनी चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जहां इनकी प्रतिमा रखी वहां की साफ-सफाई रोज की जाए। ऋतुमती होने पर महिलाएं कुबेर देव की प्रतिमा को हाथ न लगाएं।