मोदी गवर्नमेंट पर सोनिया गांधी और उनकी फैमिली के खिलाफ सबूत मांगने का आरोप लगा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सबूत के बदले इटली के दो मरीन्स को रिहा करने की बात की गई थी। हालांकि, फॉरेन मिनिस्ट्री की ओर से इस खबर को ‘बेसलेस’ बताया गया है।अंग्रेजी अखबार ‘द टेलीग्राफ’ में छपी रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने पीएमओ से सफाई मांगी है।
कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘’पीएमओ को जवाब देने की जरूरत है।’दिग्विजय सिंह ने भी ट्विटर पर मोदी से सवाल पूछा, ‘मिस्टर प्राइम मिनिस्टर क्या यह सच है?’अखबार के मुताबिक, मोदी और इटली के पीएम मातेयो रेंजी की सितंबर 2015 में एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी।मुलाकात के दौरान इस बाबत बात हुई थी।
हेलिकॉप्टर सौदे में वांटेड ब्रिटिश एजेंट क्रिश्चियन माइकल के हवाले से यह खबर दी गई है।खबर के मुताबिक, दोनों नेता यूएन सेशन के दौरान न्यूयॉर्क में मिले थे।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माइकल ने हैम्बर्ग के इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल ऑफ लॉ ऑफ सी तथा परमानेंट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन को लेटर लिखा है। इसमें माइकल ने यह दावा किया है।