जल विकास परियोजना के लिए अमेरिकी कंपनी ने दी करोड़ों की घूस

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jalअमेरिका के न्यूजर्सी स्थित एक निर्माण प्रबंधन कंपनी पर भारत के गोवा और गुवाहाटी में जल विकास से जुड़ी दो प्रमुख परियोजनाओं को हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। परियोजना के लिए 6,19,51,551 रुपये (9,76,000 डॉलर) की रिश्वत दी, जिसमें एक मंत्री भी शामिल है। हालांकि, अमेरिकी विधि विभाग ने इसका अधिक ब्योरा नहीं दिया
मामले में कंपनी के दो पूर्व कार्यकारी अधिकारियों रिचर्ड हिर्ष और जेम्स मैक्लंग को रिश्वत के आरोपों में दोषी ठहराया गया। मामले में सजा अब पांच नवंबर को सुनाई जाएगी। इस कंपनी ने शुक्रवार को ही भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम और कुवैत में सरकारी निर्माण प्रबंधन के ठेके लेने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के आपराधिक आरोपों को निपटाने के लिए 1.71 करोड़ डॉलर का जुर्माना चुकाने पर सहमति जताई है भारत सरकार ने जापान के सहयोग से गोवा में पांच साल के जलापूर्ति और मल निकासी परियोजना के विस्तार का काम शुरू किया था। लुईस बर्जर गोवा की इस परियोजना के कंसोर्टियम का हिस्सा थी।

कंसोर्टियम में दो जापानी और एक भारतीय कंपनी भी शामिल थी। लुईस बर्जर के भारत में गुड़गांव, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद में कार्यालय हैं और यह भारत में 1998 से कार्यरत है।

संघीय अधिवक्ता का आरोप है कि कंपनी ने कई समूह भागीदारों के साथ गोवा और गुवाहाटी में दो जल विकास परियोजनाएं हासिल की। इन दोनों ठेकों को हासिल करने के लिए कंपनी ने रिश्वत दी।