सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित द्वारा गठित न्यायमूर्ति आरएम लोढा समिति ने मंगलवार को कड़ा फैसला सुनाते हुए गुरुनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा तथा उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी क्लबों के खिलाफ सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के लिए सजा सुना दी। इन दोनों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने के साथ ही लोढा समिति ने दो बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स और 2008 की चैंपियन रही राजस्थान रॉयल्स पर भी दो साल के लिए आईपीएल खेलने से बैन लगा दिया है आईपीएल-6 में हुए विवादित स्पॉट फिक्सिंग ने भारतीय क्रिकेट की साख को काफी नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद से इस लोकप्रिय टूर्नामेंट को देखने वालों की संख्या में तेजी से गिरावट भी आई।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित लोढा समिति ने आज फैसला सुनाते हुए पहले चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व सीईओ गुरुनाथ मयप्पन को सजा सुनाई। जस्टिस लोढा ने फैसला सुनाते हुए कहा कि हमने मामले से जुड़े सभी लोगों से अलग-अलग बात की। गुरुनाथ चेन्नई टीम के आंतरिक हिस्सा थे और काफी लोग उन्हें टीम के बड़े चेहरे के रूप में जानते थे। उन्होंने एंटी-करप्शन कोड का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन किया। हालांकि फिक्सिंग में गुरुनाथ को 60 लाख का नुकसान भी हुआ। समिति ने उन्हें क्रिकेट से जुड़े किसी भी गतिविधियों में भाग लेने से रोक दिया है।
लोढा समिति ने गुरुनाथ पर क्रिकेट से जुड़ी किसी गतिविधियों में शामिल होने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया है। अब उनका किसी भी तरह के क्रिकेट से कोई नाता नहीं रह गया है। इनके अलावा समिति ने राजस्थान रॉयल्स के सहमालिक राज कुंद्रा पर भी यही सजा सुनाई है।