कभी एक जमाना था जब कांग्रेस ने बीजेपी के सदस्यता अभियान की हवा निकल दी थी , लेकिन आज पार्टी इस मोर्चे पर खुद गंभीर संकट का सामना कर रही है। कांग्रेस का सदस्यता अभियान चल रहा है और उसे लोगों को पार्टी से जोड़ने में नाको चने चबाने पड़ रहे हैं। खासकर उत्तर प्रदेश, चुनावी राज्य बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में लोगों का रुझान कांग्रेस की तरफ नहीं दिख रहा है।
कांग्रेस का सदस्यता अभियान सोमवार को खत्म होने वाला था, लेकिन उन राज्यों जहां पार्टी ने पिछले दो चुनावों में खराब प्रदर्शन किया था वहां ठंडे रुझान के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे बढ़ा दिया है। उन्होंने पार्टी के महासचिवों को निर्देश दिया है कि वे ब्लॉक लेवल तक जाएं और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाकर यह सुनिश्चित करें कि ज्यादा से ज्याद सदस्य बनाए जाएं।
पार्टी में आंतरिक चुनाव और सदस्यता अभियान का काम देखने वाली सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी ने फीडबैक दिया है कि सदस्य बनाने के लिए जो फॉर्म भराए जा रहे हैं उनमें प्रक्रियाओं का पालन नहीं हो रहा है। पार्टी के कार्यकर्ता किसी तरह से फॉर्म भरकर दे रहे हैं, न वेरिफिकेशन कर रहे हैं और न ही तस्वीर ले रहे हैं।
कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के प्रभारी महासचिव जल्द ही इन राज्यों का दौरा करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर यह जानने की कोशिश करेंगे कि उन्हें क्या समस्या आ रही है।’ उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान को सतर्कता से चलाना होगा और ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने के लिए कैडर को उत्साहित करना होगा।