अमेरिका में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो पति आर्थिक रूप से अपनी पत्नियों पर निर्भर रहते हैं, वे अधिक बेवफा हो सकते हैं। इतना ही नहीं, उनके कई विवाहेतर संबंध हो सकते हैं।
यह शोध किया है कनेक्टिकट विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र की सहायक प्रोफेसर क्रिस्टीन मुंच ने, जो कि अमेरिकन सोशलॉजिकल रिव्यू के जून अंक में प्रकाशित हुआ है। उन्होंने वर्ष 2001 से 2011 तक एकत्र किए गए डेटा के विश्लेषण से यह निष्कर्ष निकाला। यह डेटा एक वर्ष से अधिक समय का वैवाहिक जीवन गुजार चुके 2757 लोगों से जुटाया गया था और इन सभी की उम्र 18 से 32 वर्ष के बीच थी।
क्रिस्टीन कहती हैं कि अपनी पत्नी पर आर्थिक रूप से निर्भर रहने वाले पतियों के विवाहेतर संबंधों की संभावना 15 प्रतिशत तक होती है। इसके विपरीत पति पर आर्थिक रूप से निर्भर पत्नियों के मामले में ऐसी संभावना सिर्फ 5 प्रतिशत होती है।
वे कहती हैं कि अपनी पत्नी पर आर्थिक रूप से निर्भर रहने को पति अपनी मर्दानगी का अपमान समझते हैं, क्योंकि सामाजिक व्यवस्था के अनुसार उन्हें परिवार का प्राथमिक कमाऊ सदस्य होना चाहिए। उनकी यही भावना उन्हें विवाहेतर संबंध स्थापित करने के लिए प्रेरित करती है। यहां तक कि उनके ऐसे कई संबंध हो सकते हैं। इससे उनकी आहत मर्दानगी संतुष्ट होती है।
उन्होंने शोध में यह भी बताया कि जो पति परिवार की आय में 70 प्रतिशत तक का योगदान देते हैं, उनके बेवफाई करने की आशंका कम होती है। योगदान का यह प्रतिशत बढ़ने पर बेवफाई की आशंका फिर से बढ़ जाती है। इसके विपरीत महिलाएं 100 प्रतिशत योगदान देने के बाद भी कम बेवफा होती हैं।