शिव गंगा डिग्री कॉलेज में नेपाल , उत्तराखंड व कश्मीर के पंडितों को प्रवेश में मिलेगी वरीयता

0
719

3 जुलाई 2023 को गुरुपूर्णिमा पर्व पर शिव गंगा डिग्री कॉलेज का उद्घाटन और लोकार्पण सीता ओझा के कर कमलों से हुआ

शिव गंगा डिग्री कॉलेज में BA ( भूगोल, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, इंग्लिश साहित्य और हिंदी साहित्य ) BSc ( गणित भौतिक विज्ञान , रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान) और BCom के लिए प्रवेश प्रारंभ हो गया है। 

इलाहाबाद विश्विद्यालय में भूगोल विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो शिवसागर ओझा ने 9 फरवरी 2020 को प्रयागराज-प्रतापगढ़ सीमा पर रामनगर गंसियारी, मऊआइमा में उच्च शिक्षा के लिए शिव गंगा डिग्री कॉलेज को खोलने का संकल्प लेकर भूमि पूजन और शिलान्यास किया था।

पर 23 जुलाई 2020 को प्रो शिवसागर ओझा का कोरोना काल में निधन हो गया। प्रो शिवसागर ओझा ने सभी के लिए उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के समान अवसर के लिए जीवन भर प्रतिबद्ध रह कर कार्य किये। इलाहाबाद विश्विद्यालय में भूगोल विभाग में पढ़ाने के अलावा एक निःशुल्क  यूट्यूब लेक्चर चैनल www.youtube.com/SHEOSAGAROJHA पर उन्होंने 514 वीडियो अपलोड किये । इस चैनल में करीब 3.70 लाख सनस्क्राइबर है और 2 करोड़ से अधिक लाभार्थी व्यूरर्स है।

प्रो शिवसागर ओझा के इस शिक्षा के संकल्प को लेकर उनकी पत्नी श्रीमती सीता ओझा आगे बढ़ी। श्रीमती  सीता ओझा ने अध्यक्ष, समाज एवं पर्यावरण विकास संस्था का कार्य भार संभालते हुए शिव गंगा डिग्री कालेज के निर्माण और स्थापना के लिए निरंतर कार्य करती रही।

परिणामस्वरूप 14 जून 2023 में शिव गंगा डिग्री कॉलेज को प्रो राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय, प्रयागराज से B.A, B.Sc और B.com के लिए स्वित्तपोषित योजना के अंतर्गत मान्यता एवम स्मब्धता प्राप्त हुई। 2 जुलाई से प्रारंभ अखंड रामायण के पूर्ण होने के पश्चात 3 जुलाई 2023 को गुरुपूर्णिमा पर्व पर शिव गंगा डिग्री कॉलेज का उद्घाटन और लोकार्पण श्रीमती सीता ओझा के कर कमलों से गणमान्य लोगों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

आज से BA ( भूगोल, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, इंग्लिश साहित्य और हिंदी साहित्य ) BSc ( गणित भौतिक विज्ञान , रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान) और BCom के लिए प्रवेश प्रारंभ हो गया है। 

शिव गंगा डिग्री कॉलेज में नेपाल , उत्तराखंड और कश्मीरी पंडितों को प्रवेश में वरीयता प्रदान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त तिब्बत साराणार्थी और बलोच विद्वानों को कालेज में मंच पर अपनी बात और अनुभव साझा करने का अवसर दिया जायेगा जिससे संस्कृति मूल्यों का आदान प्रदान हो सके और अखंड भारत की अनुभूति कालेज के विद्यार्थियों में हो सके ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here