छुट्टी पर भेजने से खफा सीबीआई निदेशक आलोक सुप्रीम कोर्ट की शरण में, 26 को सुनवाई

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रात एक बजकर पंद्रह मिनट पर नागेश्वर राव, सीबीआई के दफ्तर पहुंचे, नागेश्वर राव तभी सीबीआई दफ्तर के 11वें फ्लोर पर पहुंचे, उन्होंने आलोक वर्मा-राकेश अस्थाना के दफ्तरों को सील कर दिया

नई दिल्ली: सीबीआई बनाम सीबीआई मामला गंभीर होता जा रहा है. अवकाश पर भेजे जाने से नाराज सीबीआई  के निदेशक आलोक वर्मा आज वुधवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। उन्होंने अदालत में एक याचिका दी है, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। शीर्ष अदालत में इस मामले की सुनवाई 26 अक्तूबर को संभव है।
बता दें कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने एक-दूसरे पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाते आ रहे हैं, जिसके बाद मामले को तूल पकड़ता देख मोदी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए दोनों निदेशकों को छुट्टी पर भेज दिया और संयुक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से सीबीआई निदेशक के पद का प्रभार दे दिया गया है। उन्होंने आज तडके अपना पदभार संभाल लिया है।
इसके अलावा बुधवार की सुबह यह भी खबर आई थी कि सीबीआई दफ्तर में दो फ्लोर को सील कर दिया है, लेकिन बाद में एजेंसी के प्रवक्ता ने स्पष्ट कर दिया कि सीबीआई दफ्तर में किसी भी कमरे को सील नहीं किया गया है। साथ ही यह भी खबर है कि सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ मामले की जांच कर रहे कई अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है, जिसमें डीआईजी मनीष कुमार सिन्हा, डीआईजी तरुण गौबा, डीआईजी जसबीर सिंह, डीआईजी अनीश प्रसाद, डीआईजी के. आर. चौरसिया और एसपी सतीष डागर शामिल हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की बातचीत के ऑडियो टेप सुनने के बाद कार्रवाई की है। केंद्र सरकार में उच्च पदस्थ एक अधिकारी ने यह पुष्टि की है। उनका दावा है कि मंगलवार को पीएमओ ने डीओपीटी के साथ मिलकर वर्मा और अस्थाना द्वारा एक-दूसरे पर लगाए गए सभी आरोपों, जिनमें ऑडियो टेप, विजिटर रजिस्टर, इंटरकॉम फोन डाटा और एयर टिकट आदि शामिल हैं, की गहराई से जांच-पड़ताल की है।
> केंद्रीय सर्तकता आयुक्त (सीवीसी) ने मंगलवार को सीबीआई के मुद्दे पर बैठक की.
 
> इस बैठक में सीवीसी के सभी अफसर मौजूद रहे, बैठक में सीबीआई में चल रहे मामले पर बात हुई. अभी तक इस मामले में क्या आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए हैं इनपर चर्चा की गई.
 
> इस लंबी बैठक के बाद ही ये तय किया गया कि अभी के लिए आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज देना ही सही है
> रात एक बजे दिल्ली पुलिस ने सीबीआई दफ्तर को सीज़ कर दिया.
 
> रात एक बजकर पंद्रह मिनट पर नागेश्वर राव, सीबीआई के दफ्तर पहुंचे.
 
> नागेश्वर राव तभी सीबीआई दफ्तर के 11वें फ्लोर पर पहुंचे, उन्होंने आलोक वर्मा-राकेश अस्थाना के दफ्तरों को सील कर दिया.
 
> इसके बाद ही उन्होंने सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर का पदभार संभाला और इस केस से जुड़े सभी लोगों को हटा दिया. नई टीम तैयार की गई.
 

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