अमेरिका की आबादी में सिर्फ 1% भारतीय पर हर क्षेत्र में उनका जलवा

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वर्ष 2018 में अमेरिका में भारतीयों की आबादी 43 लाख 

दस वर्षों की अवधि में भारतीयों की जनसंख्या में 69.37%की वृद्धि हुई। इसी वृद्धि दर के अनुसार वर्ष 2018 में अमेरिका में भारतीयों की अनुमानित जनसंख्या करीब 43 लाख हो सकती है जो अमेरिका की कुल जनसंख्या के 1%से भी ज्यादा होगी। 

रामसुंदर द्सौंधी/शैंपेन शहर, इलोनाइस राज्य, USA

अमेरिकी यात्रा संस्मरण-13

सन् 2,000 की अमेरिकी जनगणना के अनुसार अमेरिका में भारतीय समुदाय की संख्या 16,78,705 (अमेरिका की कुल जनसंख्या का 0.6%) थी। 2010 में यह जनसंख्या बढ़कर 28,43,391 (अमेरिका की कुल जनसंख्या का 0.9%) हो गई। इस प्रकार दस वर्षों की अवधि में भारतीयों की जनसंख्या में 69.37 %की वृद्धि हुई। इसी वृद्धि दर के अनुसार वर्ष 2018 में अमेरिका में भारतीयों की अनुमानित जनसंख्या करीब 43 लाख हो सकती है जो अमेरिका की कुल जनसंख्या के 1%से भी ज्यादा होगी। संभव है इसी वृद्धि दर के विश्लेषण से वर्तमान अमेरिकी सरकार ने अमेरिका में आनेवाले लोगों को दिए जानेवाले वीसा पर सख्ती का रूख कर रहा है। इस जनसंख्या में 51% हिन्दू, 10% मुस्लिम, 5%सिख एवं 2% जैन हो सकते हैं।

गुजरात के मेहसाणा जिला के भांडु गांव के निवासी मफत पटेल की अमेरिका में सबसे बड़ी सुपरमार्ट चेन है जिसमें हर तरह की भारतीय ग्रोसरी, होलिडे आइटम, मिठाइयां, नमकीन, सौंदर्य प्रसाधन, पूजन सामग्री, सब्जियां आदि उचित मूल्य पर उपलब्ध है

प्रमुख राज्य जैसे कैलिफोर्निया में 5.25 लाख, न्यूयार्क और न्यू जर्सी में करीब 3-3लाख और टेक्सास में 2.5 लाख की जनसंख्या होगी। भारतीय समुदाय मुख्यतः आईटी, साइन्टिस्ट, मेडिकल, नासा, शिक्षा एवं व्यापार के क्षेत्र में कार्यरत हैं। सफल भारतीयों में 195 दिनों तक स्पेस फ्लाइट में गुजारने वाली सुनीता विलियम्स, पेप्सी की चेयरपर्सन इन्द्रा नूयी, लुइसियाना के पहले भारतीय मूल के गवर्नर बौबी जिंदल, 2009में नामित न्यूयार्क के दक्षिणी जिले के लिए नामित प्रीत मरारा, साउथ कैरोलिना की भारतीय मूल की 40 वर्षीय प्रथम महिला गवर्नर निक्की हेली का नाम सफल भारतीयों की सूची में अग्रणी स्थान रखता है।

भारतीय परिवारों ने अपनी आस्था के अनुसार विभिन्न पूजा स्थल विकसित कर चुके हैं। हर प्रमुख शहर में मंदिरों की स्थापना की गई है। हिन्दी, तमिल, तेलुगु इत्यादि भारतीय भाषाओं में रेडियो का प्रसारण होता है। हर शहरों में कुछेक भारतीय रेस्टोरेंट भी हैं। यप्प टीवी जैसे एप से भारतीय चैनलों को लाइव देखना संभव हो पाता है। हर शहर में भारतीय परिवार जन्मदिन, पूजा-त्योहार इत्यादि अवसरों पर एक दूसरों के यहां सपरिवार शामिल होकर आनंद मनाते हैं।
अमेरिका के भारतीय समुदाय की चर्चा पटेल ब्रदर्स की चर्चा के बिना अधूरा है। गुजरात के मेहसाणा जिला के भांडु गांव के निवासी मफत पटेल 1968 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त कर इंडियाना यूनिवर्सिटी से एमबीए अध्ययन के लिए अमेरिका आए। एमबीए की परीक्षा पास कर उन्हें जफरसन इलेक्ट्रिकल कंपनी शिकागो में इंजीनियर की नौकरी मिली। इस नौकरी में वे भारतीय भोजन के लिए तरसने लगे। कुछ दिन भूखे भी रहना पड़ा। अमेरिका में कार्यरत कुछेक अन्य भारतीयों की भी यही स्थिति थी। अतः उन्होंने भारत से अपने भाई तुलसी पटेल को बुलाया और उनके साथ मिलकर सितंबर1974 में पटेल ब्रदर्स नामक एक दुकान खोली। आज यह अमेरिका में भारतीय अमेरिकन की सबसे बड़ी सुपरमार्ट चेन है जिसमें हर प्रकार के भारतीय ग्रोसरी, होलिडे आइटम, मिठाइयां, नमकीन, सौंदर्य प्रसाधन, पूजन सामग्री, सब्जियां आदि उचित मूल्य पर अमेरिका के 19 राज्यों के 54 एवं कनाडा के 4स्थानों पर उपलब्ध हैं। 2017 में इस सुपरमार्केट चेन की लागत 14 करोड डालर बताई गई है। इसी सुपरमार्केट चेन से अमेरिका में रह रहे अधिकतर भारतीय परिवार अपनी दैनिक आवश्यकताओं की सामग्री का क्रय कर भारतीय व्यंजन का भोजन प्राप्त करते हैं।
हलांकि बाद में बम्बई मार्केट, अन्नपूर्णा इत्यादि कुछेक अन्य इंडियन स्टोर्स भी खुले हैं। इस प्रकार अमेरिका में करीब 43 लाख भारतीय अपना खून-पसीना बहाकर अमेरिका  जीवन के उन्नयन में अपना योगदान देते हुए अपना जीवन यापन कर रहें हैं।
Comments on BBW group at facebook: 
हरिओम प्रासाद राय भट्ट: बहुत ही अच्छी जानकारी सर। बहुत बहुत धन्यवाद
 
Deorath Kumar: बहुत अच्छी जानकारी, बहुत अच्छा लेखन, वहाँ के जीवन के हर पहलू से आप अवगत करा रहे हैं
 
Pramod Bramhbhatt नागरिकता के इस प्रतिबंध की वजह से अब संबंध वहीं के भारतीय मूल के लोगों से करना पड़ रहा है क्योंकि अगर भारत से बहू लाएंगे तो नागरिकता में इतने पापड़ बेलने पड़ेंगे कि होश फाख्ता हो जाएंगे।
 
Tuhin Kumar अमेरिका मे हमारी बढती जनसंख्या से trump govt. चितिंत है इसलिए वह इस पर विराम या बैन लगाना चाहती है। पर यह भी सच है कि बगैर भारतीयों के उसका काम भी नहीं चलेगा। जिस प्रकार प्रवासी भारतीयो ने वहाँ खास क्षेत्रों मे अपनी पकड़ और पहचान बनाई है औऱ कुछ तो शीर्ष तक पहुंचे हैं. वह उनकी बौद्धिकता औऱ लगन का परिचायक है। आपके शिकागों नदी का सैर jannat की सैर जैसा है। नदी तट पर trump की मूर्ति ने मायावती की मूर्ति की याद दिलाई। पटना में भी स्टीमर से गंगा नदी की सैर का इतजाम है। इंडिया गेट की तरह यहां सभ्यता गेट बनाया गया है गंगा तीरे।
 
Ram Sundar Dasaundhi नदी तट पर ट्रंप की मूर्ति नहीं है, उनका बहुमंजिला भवन है जिसका नाम है ट्रंप टावर।
 
Jitendra Sharma Bhatt बहुत बेहतर जानकारी दी सर आपने,अच्छा लगा अमेरिका में भारतीयों का वर्चस्व पढ़ कर, कृपया अन्य देश के लोगो की अमेरिका में प्रभाव पर लिखे,क्या भारत से ज्यादा भी किसी देश के प्रवासियों की स्थिति अमेरिका में मजबूत है !
 
Ambrish Kant बहुत ही ब्यापक जानकारी के साथ ओजपूर्ण चित्रण तथा सारगर्भित आलेेख पसंद आया
 
Pramila Sharma कलम के धनी भाईसाहब को नमस्कार जीवंत चित्रण किया है
 
पं. दीपक शर्मा आपके द्वारा यात्रा वृत्तांत का वर्णन अत्यंत ही शानदार व आकर्षक होता है।
 
Nalini Sharma आप तो हमे अमेरिका भ्रमण करा रहे है सर जी बहुत बहुत धन्यवाद।
 
LaxmiNarayan R Sharma खूब, आदरणीय दसौंधी जी,आप किश्तों मे अमेरिका की जानकारी देते जा रहे हैं। हम सामान्य जनो को बडा उत्साह है आप स्वस्थ्य आनंदित रहें।

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