जम्मू कश्मीर: बीजेपी ने वापस लिया समर्थन, महबूबा मुफ्ती ने सीएम पद से दिया इस्तीफा
भाजपा में जम्मू-कश्मीर के प्र्भारी राम माधव ने कहा, ‘‘घाटी में आतंकवाद, कट्टरपंथ, हिंसा बढ़ रही है। ऐसे माहौल में सरकार में रहना मुश्किल था।’’
नई दिल्ली। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से गठबंधन तोड़कर महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। भाजपा के सभी मंत्रियों ने मंगलवार को इस्तीफे दे दिए। दोनों दलों के बीच तीन साल पहले गठबंधन हुआ था। भाजपा ने अब राज्यपाल से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की मांग की है। महबूबा ने शाम 4 बजे पार्टी की बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि वे भी राज्यपाल को इस्तीफा सौंप चुकी हैं।
भाजपा में जम्मू-कश्मीर के प्र्भारी राम माधव ने कहा, ‘‘घाटी में आतंकवाद, कट्टरपंथ, हिंसा बढ़ रही है। ऐसे माहौल में सरकार में रहना मुश्किल था। जम्मू और कश्मीर क्षेत्र के बीच सरकार के भेदभाव के कारण भी हम गठबंधन में नहीं रह सकते थे।’’
राम माधव ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय और एजेंसियों से सूचनाएं लेने के बाद हमने मोदीजी और अमित शाह से सलाह ली। हम इस नतीजे पर पहुंचे कि इस गठबंधन की राह पर चलना भाजपा के लिए मुश्किल होगा। घाटी में आतंकवाद, कट्टरपंथ और हिंसा बढ़ रही है। लोगों के जीने का अधिकार और बोलने की आजादी भी खतरे में है। पत्रकार शुजात बुखारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। ये स्थिति की गंभीरता को बताता है।’’
कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने तुरत अपना बयान दिया- पीडीपी के साथ कांग्रेस के सरकार बनाने का सवाल ही नहीं उठता। हम पीडीपी को समर्थन नहीं देंगे। लेकिन भाजपा पीडीपी सरकार के सिर पर सब तोहमत लगाकर भाग नहीं सकती है। इस सरकार में सबसे ज्यादा जवान शहीद गए। सबसे ज्यादा आतंकी हमले और सीज फायर वॉयलेशन हुआ। वहीं, राज्य में 15 सीटों वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘ये भी गुजर गया…।’’
इधर हालात को देखते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्य विपक्षी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपनी पार्टी की बैठक बुलाई। पीडीपी शाम चार बजे बैठक करेगी। पीडीपी ने कहा, कल तक बीजेपी ने कुछ नहीं बताया। पीडीपी का कहना है कि गठबंधन में कुछ मुश्किलें थीं। साथ ही पीडीपीू का कहना है कि नेशनल कॉन्फ्रेस के साथ सरकार नहीं बनाएंगे।