दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर 100 KM की रफ्तार से दौड़ेंगी गाड़ियां

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पीएम इस एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से पर रोड शो की तरह खुली जीप में घूमेंगे

8.4 किलोमीटर लंबे इस चरण के खुलने से गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम और वसुंधरा, वैशाली में रहने वाले लोगों के लिए आना-जाना आसान हो जायेगा।

पूर्वी दिल्ली, गाज़ियाबाद और मेरठ के लोगों को जिस दिन का इंतज़ार था वो अब जल्द आने जा रहा है। दिल्ली को मेरठ से सीधे जोड़ने वाले मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला चरण 15 अप्रैल को बनकर तैयार हो जाएगा और जनता के लिए खोल दिया जाएगा। पीएम मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 15 अप्रैल को एक्सप्रेसवे के पहले हिस्से को औपचारिक तौर पर जनता के लिए खोल देंगे। लगभग 8.4 किलोमीटर लंबे इस पहले चरण के खुलने से पूर्वी दिल्ली और गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम और वसुंधरा, वैशाली में रहने वाले लोगों के लिए आना जाना आसान हो जायेगा।
पूरे कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कार्यक्रम के मुताबिक पीएम मोदी इस एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्से पर रोड शो की तरह खुली जीप में घूमेंगे, जबकि सड़क के दोनों तरफ लोग खड़े रहेंगे। मेरठ एक्सप्रेसवे के साथ-साथ पीएम मोदी गाज़ियाबाद के कुंडली से हरियाणा के पलवल को जोड़ने वाली 135 किलोमीटर लंबी ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे की भी शुरुआत करेंगे। दिल्ली में ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने में एक्सप्रेसवे मदद करेगा। क्योंकि गाज़ियाबाद से हरियाणा जाने के लिए ट्रकों और भारी वाहनों को दिल्ली में घुसने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास दिसम्बर 2015 में पीएम ने किया था। तब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए दिसंबर 2019 तक की समयसीमा दी गई थी, लेकिन शुरुआत में काम शुरू करने में देरी हुई तो, पीएम ने काम में हो रही देरी पर अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा था कि उन्हें फीता काटने का शौक नहीं है।
अगले साल दिल्ली से मेरठ केवल 45 मिनट में
परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एलान किया है कि दिल्ली से मेरठ एक्सप्रेस वे का काम अगले साल में पूरा हो जाएगा.नितिन गडकरी ने बताया कि एक्सप्रेस वे का पहला चरण अगले महीने शुरू हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक्सप्रेस वे के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे.
नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर 14 लेन के अलावा 2.5 मीटर का साइकिल ट्रैक भी होगा. अभी दिल्ली से मेरठ जाने के लिए करीब साढ़े तीन घंटे का वक्त लगता है. ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों के लिए यह सफर बेहद परेशानी भरा रहता है. माना जा रहा है कि नए हाईवे के निर्माण के बाद यह समय घटकर 45 मिनट रह जाएगा.
क्यों खास होगा ये हाईवे
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 दिसम्बर 2015 को इस सड़क की आधारशिला रखी थी.
-96 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के बनने पर 7566 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं.

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