चीन: अब भ्रष्टाचार नहीं, कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति निष्ठा की होगी जांच

0
557

चीन को जानो-1

चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति ने कहा है कि इस छानबीन के दायरे में सभी सरकारी कंपनियां, केंद्र से वित्त पोषित सभी संस्थान और सभी विश्वविद्यालय भी आएगे। चीन में सब कुछ कम्युनिस्ट पार्टी के ही मातहत है।

राय तपन भारती/ चीन मामलों के जानकार

चीन बदलाव के एक नये मोड़ पर खड़ा है। भारत से तनाव पैदा करने वाला यह मुल्क अब भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम बंद करेगा। अब वह कम्युनिस्ट पार्टी में नेताओं और मेंबर की निष्ठा और अनुशासन की गहन पड़ताल करने की मुहिम चलाएगा। अगर कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर गुटंबदी है तो उसकी भी तलाश करेगी। आप शायद जानते होंगे कि चीन में केवल एक पार्टी का राज है-कम्युनिस्ट पार्टी। वहां दूसरी पार्टी की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
 
ये महत्वपर्ण फैसला कल चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के छठे पूर्ण अधिवेशन में किया गया। पार्टी अपनी व्यापक छानबीन से यह पता लगाएगी कि कितने मेंबर्स और लीडर्स चीन के केंद्रीय नेतृत्व को मानते हैं। अगर किसी को क्षेत्रियता करते पाया गया तो उस पर सख्त का्ररवाई हो सकती है। कम्युनिस्ट पार्टी अब मानती है कि रिश्वत से ज्यादा खतरनाक है कार्मिक प्रबंधन में भ्रष्टाचार। इसका मतलब कि किसी सीनियर की लीडरशिप में कमी पाई जाएगी वह अब नप जाएगा।
 
केंद्रीय समिति ने कहा है कि इस छानबीन के दायरे में सभी सरकारी कंपनियां, केंद्र से वित्त पोषित सभी संस्थान और सभी विश्वविद्यालय भी आएगे। चीन में सब कुछ कम्युनिस्ट पार्टी के ही मातहत है। इसके पहले 2013 में चीन ने पार्टी अनुशासन की पड़ताल कर केंद्रीय समिति को मजबूत करने का प्रयास किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here