एक तरफ किसानों की मौत से सूबे में फैली अशांति को कम करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जहां 2 रोज उपवास पर बैठे तो दूसरी तरफ सरकार की पोल पट्टी खोलने के लिए अब कांग्रेस ने भी सत्याग्रह का ऐलान कर दिया है।
अखिलेश अखिल, वरिष्ठ पत्रकार/नई दिल्ली


खबर है कि मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और उनसे अपना अनशन समाप्त करने का आग्रह किया। इसकी जानकारी खुद सीएम ने दी। उन्होंने बताया कि मारे गए पांच किसानों में से चार के परिजनों ने मुझसे मिलकर उपवास समाप्त करने का आग्रह किया। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो।
गौरतलब हो कि छह जून को मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में पांच किसानों की मौत हो गई थी और छह अन्य किसान घायल हो गये थे। किसान अपनी उपज का सही मूल्य दिलाये जाने और कर्ज माफी समेत 20 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि इस किसान आंदोलन के जरिये कांग्रेस भी चुनावी लाभ लेने के फेर में है। लेकिन यह भी सत्य है कि किसान आंदोलन का लाभ सभी राजनितिक पार्टियां उठाती रही है लेकिन किसानो को इससे कोई लाभ नहीं होता। देखना होगा कि मंदसौर का यह किसान आंदोलन बीजेपी को लाभ पहुंचाता है या कांग्रेस इस आंदोलन के जरिये बीजेपी सरकार को शिकस्त करने में कामयाब होती है। मध्यप्रदेश में अगले साल चुनाव होने हैं।
