भारत आना चाहता था दाऊद, आडवाणी ने किया गेम’

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daudभारत सरकार ने 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद इब्राहिम और उसका भरोसेमंद गुर्गा छोटा शकील भारत लौटना चाहते थे पर उनके भारत लौटने के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया था , लेकिन अब वे (दाऊद) खुद भारत नहीं आना चाहते। दाऊद इब्राहिम और उसका भरोसेमंद गुर्गा छोटा शकील अब भारत वापस नहीं आना चाहते। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ फोन पर हुए एक साक्षात्कार में छोटा शकील ने बताया, ‘जब हम 1993 के बाद वापस आना चाहते थे तो तुम लोगों ने और तुम्हारी सरकार ने अनुमति नहीं दी। भाई ने खुद राम जेठमलानी से बात की थी, बात हो भी गई थी… लेकिन तुम्हारे मंत्रालय… उस आडवाणी ने गेम खेल दिया।’

वहीं इस मुद्दे पर जब राम जेठमलानी की एएनआई से बात हुई तो उन्होंने बताया, ‘दाऊद से मेरी बात हुई थी। उसने कहा 1993 में मैंने मुंबई में बम धमाके करवाए, यह बात झूठी है। मैं वापस आऊंगा लेकिन मुझ पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाए।’ इतना ही नहीं उसने भारत में व्यापार करने की भी अपनी इच्छा जाहिर की है। जब यह सवाल किया गया कि खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक क्या 16 सितम्बर की रात को दाऊद को मारने के इरादे से उसकी गाड़ी को टक्कर मारी गई थी, इस पर शकील उत्तेजित हो गया। उसने कहा, ‘सवाल वो करो जिसका जवाब मैं दूं आपको, वो ना करो जिसका जवाब नहीं दूं।  शकील ने अपना यह इंटरव्यू फोन के माध्म से कराची से दिया था। उस एक ओर जहां कई अहम मुद्दों पर खुलासे किए वहीं दूसरी ओर सरकार के कामकाज के तरीकों पर भी सवालिया निशान लगाए